TIO, इंदौर
‘अगर सोनम किसी और को चाहती थी तो उसने शादी क्यों की?। मेरे बेटे को क्यों मारा?’ – यह सवाल है इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की मां उमा रघुवंशी का, जिनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं है। 11 मई को धूमधाम से शादी हुई थी। 20 मई को बेटा-बहू हनीमून पर मेघालय रवाना हुए। पूरे परिवार ने उन्हें प्यार के साथ विदा किया था, लेकिन 2 जून को राजा की लाश पूर्वी खासी हिल्स जिले के एक झरने के पास खाई में मिली। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि ये हत्या थी और इस साजिश में उसकी पत्नी सोनम का नाम सामने आया।
एजेंसी के अनुसार, राजा रघुवंशी की मां उमा कहती हैं कि हमें पहले यकीन नहीं हुआ कि सोनम ऐसा कर सकती है, लेकिन अब पुलिस की बातों और सबूतों को देखकर यकीन होने लगा है। मेरा बेटा बहुत अच्छा था। सोनम को कभी कोई तकलीफ नहीं दी। फिर भी उसने राजा को खत्म करवा दिया। राजा की हत्या में शामिल मुख्य आरोपी राज कुशवाह को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सोनम ने खुद यूपी के गाजीपुर में सरेंडर किया। पुलिस के मुताबिक, सोनम और राज कुशवाह ने मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची थी और तीन शूटरों को हायर किया गया था।
29 वर्षीय इंदौर के ट्रांसपोर्ट व्यवसायी राजा रघुवंशी के साथ जो हुआ, वो बेहद चौंकाने वाला और दर्दनाक है। मेघालय पुलिस इस भयानक घटना की परतों को खोल रही है। मेघालय पुलिस के अनुसार, सोनम कथित तौर पर अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश में शामिल थी। दोनों ने योजना के तहत तीन और आरोपियों को हत्या के लिए शामिल किया।
उमा रघुवंशी अपने बेटे राजा की माला से सजी तस्वीर के पास खड़ी हैं, उनके चेहरे पर दुख और गुस्से का भाव है। कांपती आवाज में उन्होंने कहा- शुरू में हमें यकीन ही नहीं हुआ कि बहू सोनम मेरे बेटे राजा को मरवा सकती है, लेकिन अब हम धीरे-धीरे इस पर यकीन करने लगे हैं। उनके मन में सवाल है कि अगर सोनम को कोई दूसरा लड़का पसंद था, तो उसने राजा से शादी करने से इनकार क्यों नहीं किया? उसने मेरे बेटे को क्यों मारा?
दोनों ने 11 मई को शादी की और 20 मई को हनीमून के लिए निकल गए। जांच के दौरान पता चला कि सोनम ने खुद ही मेघालय की यात्रा की योजना बनाई थी। उमा ने कहा कि मुझे नहीं पता था कि मेरा बेटा मेघालय से एक लाश के रूप में लौटेगा। उमा ने रोते हुए और बेटे के मेघालय जाने के दिन विदाई को याद करते हुए कहा कि मुझे नहीं पता था कि यह विदाई दुखद विदाई में बदल जाएगी।
मेघालय पुलिस द्वारा मामले की जांच किए जाने से पहले परिवार को राज कुशवाह के बारे में पता नहीं था। राजा के घर से मीलों दूर इंदौर में एक छोटे से किराए के मकान में राज कुशवाह की मां चुन्नी देवी अपनी तीन बेटियों के साथ रहती हैं। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा निर्दोष है। उसे फंसाया गया है। 20 साल का लड़का इतना बड़ा अपराध कैसे कर सकता है? मेरे पति के निधन के बाद वह हमारे घर का इकलौता कमाने वाला है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि उनका बेटा राजा रघुवंशी की शवयात्रा में भी शामिल हुआ था और रोते हुए घर लौटा था। आरोपी राज की मां ने कहा कि मेरा बेटा राजा रघुवंशी की मौत से दुखी था और उनकी शवयात्रा में भी गया था। शवयात्रा से लौटने के बाद वह खूब रो रहा था। इंदौर के गोविंद नगर खारचा इलाके में सोनम के मायके में अलग तरह का सदमा है। उसका परिवार सनमाइका शीट का व्यवसाय करता है, जहां 12वीं कक्षा में पढ़ाई छोड़ चुका राज काम करता था।
सोनम की मां संगीता मीडिया से बात करने से कतराती रहीं। उन्होंने बुदबुदाते हुए कहा कि मेरी बेटी पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। मैं अभी यह नहीं कह सकती कि मेघालय में राजा रघुवंशी के साथ क्या हुआ होगा? मुख्य आरोपी सोनम की मां ने मांग की कि दामाद की हत्या की विस्तृत जांच होनी चाहिए।राजा रघुवंशी और सोनम 23 मई को लापता बताए गए थे।
कुछ दिनों बाद 2 जून को पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा (जिसे चेरापूंजी के नाम से भी जाना जाता है) में एक झरने के पास एक गहरी खाई में राजा रघुवंशी का शव मिला था। सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में पुलिस के सामने सरेंडर किया है, जबकि राज कुशवाह और तीन अन्य आरोपियों को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से पकड़ा गया। मेघालय पुलिस द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) इस मामले की बारीकी से जांच कर रहा है।