TIO, भोपाल।
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने भोपाल के बीरआरटीएस कारिडोर को हटाने के निर्देश अधिकारयिों को दिए है। इसके साथ ही अब सियासत शुरू हो गई है, भाजपा और कांग्रेस के नेता मुख्यमंत्री के इस फैसले की सराहना कर रहे है, साथ ही इसकी जांच की मांग कर रहे है।
इस बारे में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार के द्वारा बीआरटीएस कारिडोर हटाने का फैसला व्यवहारिक एवं प्रशंसनीय है । ये बनाये ही क्यूँ गए इसकी जाँच होनी चाहिए क्यूँकि ऐसी गलतियाँ सरकार के सेकड़ों करोड़ों का नाश लगा देती हैं।
इसी तरह कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी इस पर सवाल उठाए है, उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर बीआरटीएस कारिडोर के बारे में कहा कि एक बहुत प्रतीक्षित निर्णय के लिए। बस एक टाइम बाउंड पूछताछ की जरूरत है। किन नौकरशाह के शौक ने यह जन असुविधा रची। और किसको फैयदा पहुँचने के लिये। करोड़ों में पब्लिक फंड्स का वैस्टेज।आप से उम्मीद है की आप जाँच के आदेश जरूर देगें।
उल्लेखनीय है कि 13 साल पहले मिसरोद से संत हिरदाराम नगर तक 24 किमी तक यह कारिडोर 360 करोड़ की लागत से तैयार किया गया था, जिससे यातायात व्यवस्था में सुधार आए, लेकिन इससे आराम तो नहीं लेकिन आम जनता का को लंबे जाम का सामना करना पड़ता था।