TIO, भोपाल।
बीते दिनों ग्वालियर में कुलपति की जान बचाने के लिए एबीवीपी संगठन से जुड़े कुछ छात्रों ने जज की कार छीन ली और उन्हें अस्पताल पहुंचाया था। हाईकोर्ट जज की कार छीनकर ट्रेन में सवार कुलपति हार्ट अटैक आने पर ग्वालियर में ट्रेन से उतारकर अस्पताल पहुंचाने का मामला कुछ दिन से सुर्खियों में बना हआ है। इतना ही नहीं अब यह मामला हाईकोर्ट भी पहुंच गया है। वहीं अब छात्रों को बचाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा है।
पत्र में शिवराज सिंह ने कहा कि युवकों का भाव किसी तरह का द्वेष या आपराधिक कार्य करने का नहीं था। उन्होंने उच्च न्यायाल से स्वत: संज्ञान लेने की बात कही है साथ ही छात्रों के भविष्य को देखते हुए दर्ज प्रकरण को वापस लेकर छात्रों को क्षमा करने का अनुरोध किया है। दरअसल, गुरुवार को इस मामले में गिरफ्तार एबीवीपी के छात्र नेता हिमांशु श्रोत्रिय और सुकृत की जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई। याचिका पर सोमवार के बाद सुनवाई होगी। इससे पहले दोनों छात्र नेताओं ने जमानत के लिए सेशन कोर्ट में आवेदन दिया था, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। आवेदन खारिज होने के बाद ही शिवराज ने चीफ जस्टिस को पत्र लिखा है।
पवित्र उद्देश्य के साथ किया गया है अपराध
चौहान ने आगे कहा कि महोदय, चूंकि यह एक अलग तरह का मामला है जिसमें पवित्र उद्देश्य के साथ अपराध किया गया है इस मामले में दोनों छात्र हिमांशु और सुकृत ने मानवी आधार पर सहयोग एवं जान बचाने की अभिप्राय से यह अपराध किया है. छात्रों का भाव किसी तरह का देश या आपराधिक कार्य करने का नहीं था. चूंकि यह 1 अपराध है लेकिन क्षमा योग कृत भी है अत: मेरा निवेदन है कि माननीय उच्च न्यायालय सोता संज्ञान लेकर दोनों छात्रों के भविष्य को देखते हुए दर्ज प्रकरण को वापस लेकर छात्रों को क्षमा करने की कृपा करें.
यह है मामला
शिवपुरी की पीके यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. रणजीत सिंह दिल्ली से झांसी जाने के लिए ट्रेन में सवार हुए थे। रास्ते में उनकी तबीयत बिगड़ने पर छात्रों ने उन्हें ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर उतारा। काफी देर तक एंबुलेंस और अन्य साधन नहीं मिलने पर छात्र रेलवे स्टेशन के बाहर खड़ी एक गाड़ी में उनको लेकर गए थे। यह गाड़ी हाईकोर्ट के जज की थी और गाड़ी के चालक ने इस मामले की सूचना पुलिस को दी। इसके थोड़ी देर बाद पुलिस ने जया रोग चिकित्सालय के बाहर से कार बरामद की थी। इस मामले में दोनों छात्रों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।