TIO, पटियाला/जींद
पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर पिछले 9 महीने से कैंप लगाकर बैठे किसान आज दोपहर 1 बजे दिल्ली में संसद की ओर मार्च निकालेंगे। टरढ, कर्जमाफी और पेंशन जैसी मांगों को लेकर 13 फरवरी से धरना दे रहे किसानों को हरियाणा सरकार ने मार्च की इजाजत नहीं दी है। किसान नेता सरवन पंधेर ने कहा कि 101 किसानों का जत्था दिल्ली की ओर रवाना होगा। इन्हें नमक दिया जा रहा है ताकि उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए तो सांस लेने में दिक्कत ना हो। हरियाणा और पंजाब पुलिस अलर्ट है। शंभू बॉर्डर पर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। नए सिरे से बैरिकेडिंग की गई। जाली, कैमरे और लाउडस्पीकर तक लगाए। अंबाला जिले और खनौरी बॉर्डर पर इठर की धारा 163 (पहले धारा 144) लागू है। शंभू बॉर्डर पर किसानों ने अरदास की। पंजाब पुलिस ने बॉर्डर पर सिक्योरिटी के साथ एंबुलेंस भी तैनात की।
बिहार डिप्टी सीएम बोले- किसान गंभीरता से बात करें, सरकार सुनेगी
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “लोकतंत्र में हमें विरोध करने का अधिकार है। सुशासन की यह सरकार सबकी सुनती है। पीएम मोदी ने साफ कहा है कि हमारा मिशन 4 जातियों, युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों का कल्याण है। जब किसान अपनी समस्याओं पर गंभीरता से बात करेंगे, तो पीएम समाधान निकालेंगे। इंडी गठबंधन किसानों का कल्याण नहीं चाहता, वे अराजकता पैदा करना चाहते हैं। वे किसानों को सड़क पर बैठा रहे हैं और ड्रामा कर रहे हैं।”
शंभू बॉर्डर पर 500 जवान, वाटर कैनन और एंबुलेंस तैनात किए गए
शंभू बॉर्डर को हरियाणा पुलिस ने सील किया हुआ है। पुलिस ने यहां बैरिकेडिंग की हुई है। पुल के ऊपर और नीचे करीब 500 जवान तैनात हैं। इसके साथ यहां पर वाटर कैनन गाड़ी, पुलिस बस और एंबुलेंस खड़ी की है। पुलिस हर मूवमेंट पर नजर रखे हुए है। शंभू बॉर्डर पर जिस जगह से किसानों को रवाना होना है वहां से हरियाणा की सीमा मात्र 500 मीटर है।
आप लीडर बोले- किसान देश का पेट भरते हैं, उन्हें जल्द न्याय मिले
पंजाब आम आदमी पार्टी के प्रधान अमन अरोड़ा ने कहा, “आज किसान शांति पूर्वक ढंग से शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर आगे बढ़ेंगे। हमारी सरकार ने केंद्र से बातचीत की थी, जिससे किसानों का मसला हल हो जाए। मगर केंद्र ने मुद्दे को दरकिनार कर दिया। पहले किसानों को हरियाणा से गुजरने के लिए अनुमति दे दी, मगर फिर ये फैसला वापस ले लिया गया। उन्हें पैदल दिल्ली की ओर जाने से रोका जा रहा है। मेरी बीजेपी से अपील है कि किसान देश का हिस्सा हैं और उन्होंने हमारा पेट भरा है। उनके साथ ऐसा न किया जाए। केंद्र सरकार को इसका मसला जल्द से जल्द हल करना चाहिए।”
उद्धव के सांसद बोले- किसानों के पास और कोई रास्ता नहीं
शिवसेना (यूबीटी) सांसद अरविंद सावंत ने कहा, “सच तो यह है कि किसानों को दोगुनी आय का आश्वासन दिया गया था जो नहीं हुआ। उन्हें टरढ का आश्वासन दिया गया था, मगर सरकार ने इसकी पुष्टि नहीं की। जब कोई ठगा हुआ महसूस करता है, तो वह आंदोलन करने के लिए बाध्य होता है। किसानों के पास कोई विकल्प नहीं है, इसलिए वे आंदोलन करने आ रहे हैं।”
महिलाएं बोलीं- आज भाई जा रहे हैं, जरूरत पड़ी तो हम दिल्ली जाएंगे
किसानों के प्रदर्शन में शामिल होने आई राजविंदर कौर ने कहा- हम तरन तारन से इस आंदोलन में शामिल होने के लिए आए हैं। हम अपने हक के लिए यहां आए हैं। फिलहाल हमारे किसान भाई दिल्ली की ओर जा रहे हैं। मगर जिस दिन हमारी बारी आएगी, हम भी दिल्ली की ओर रवाना होंगे। 10 माह से हम आंदोलन में पहुंचते रहे हैं। जब जब मेरी ड्यूटी लगाई गई, मैं आंदोलन में पहुंची हूं।