शशी कुमार केसवानी

बारिश का मौसम फिल्मों में ही सुहाना लगता है और रोमांटिक भी। असल में तो हमारे शहर में जगह-जगह पर गंदगी और कीचड़ भरी होती है। यहां तक की घर के अंदर भी मच्छर और बड़े पंखों वाले कीड़े निकल आते हैं। जिन्हें भगाते-भगाते परेशान हो जाते हैं। ऐसी परिस्थितियों में सड़क पर खाना तो बहुत रिस्की रहता है। अगर स्ट्रीट फूड बहुत ही हाइजेनिक वातावरण में खाने को मिल जाए तब तो बारिश बहुत ही सुहानी लगती है और ऊपर से जहानुमा पैलेसे के कैफे चीनो कैफे में स्ट्रीट फूड मिल तो मजा ही आ जाता है। जी हां दोस्तों यहां पर स्ट्रीट फूड फेस्टिवल का आयोजन किया गया।

12 जुलाई तक चलने वाले इस फेस्टिवल के लिए सैफ जीवन सिंह ने खास मैन्यू तैयार किया है और हमें इसकी पूरी जानकारी रेस्टोरेंट मैनेजर सतीश ने दी। भूटान का सूप, थुपका विशेष तौर पर तैयार किया गया है। साथ ही साथ बनारस की दाल कचौड़ी के साथ हालू रस्सा व खट्टा-मिठा कद्दू के साथ बनारस की याद आ गई। रगड़ा पेटिस खाकर मुंबई याद आ गया। छोले-भटूरे खाकर पंजाब का स्वाद मुंह में बस गया। बन मस्का विथ ईरानी चाय पीकर तो बारिश का अलग ही मजा आ गया। ऐसे ही कई व्यंजन जो महाराष्ट्र, दिल्ली, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, गोवा, आंधप्रदेश के कई वेज और नॉन वेज व्यंजन जो इस स्ट्रीट फूड में चलते हैं। बारिश के मौसम में हाईजिन के साथ ऐसा खाना और कहा मिल पाएगा जहानुमा के अलावा। तो इस फेस्टिवल का स्वाद आप एक सुहाने मौसम के साथ-साथ बरसता पानी भी देखकर आनंद के पल यहां पर गुजार सकते हैं। मैंने तो यह सारे स्वाद चख लिए अब आपकी बारी है इनके स्वादों को चखने की।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER