TIO, वॉशिंगटन
अमेरिका ने चीन के एआई मॉडल डीपसीक को लेकर नया आरोप लगाया है। ट्रंप प्रशासन में वाणिज्य सचिव नामित हॉवर्ड लुटनिक का कहना है कि चीन ने एआई मॉडल डीपसीक को बनाने के लिए अमेरिकी तकनीक को चुराया। साथ ही एनवीडिया चिप के लिए अमेरिका के निर्यात नियंत्रणों को दरकिनार किया।
सीनेट में सुनवाई के दौरान लुटनिक ने आरोप लगाया कि डीपसीक बड़ी मात्रा में एनवीडियो चिप्स खरीदकर और मेटा के खुले मंच से डाटा का उपयोग करके कम लागत पर अपने एआई मॉडल को विकसित कर सकता था।
उन्होंने कहा कि मैं चीन को लेकर नकारात्मक सोच रखता हूं। चीन केवल अपने बारे में सोचता है और हमें नुकसान पहुंचाना चाहता है। इसलिए हमें खुद को बचाने की जरूरत है। हमें अपने नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए काम करने की जरूरत है। हमें चीन की मदद करना बंद कर देनी चाहिए। डीपसीक मेटा के प्लेटफार्म पर निर्भर है। एनवीडिया के चिप्स चीन के डीपसीक मॉडल को आगे बढ़ाते हैं। यह खत्म होना चाहिए।
इससे पहले लुटनिक ने उद्योग और सुरक्षा ब्यूरो (बीआईएस) के निर्यात नियंत्रण और शुल्कों को बेहतर करके लागू करने की बात कही थी। ऐसा इसलिए कहा गया था ताकि चीन को अमेरिका के साथ प्रतिस्पर्धा के लिए अमेरिकी तकनीक का लाभ उठाने से रोका जा सके।
ताइवान ने डीपसीक को किया प्रतिबंधित
इससे पहले शुक्रवार को ताइवान के डिजिटल मामलों के मंत्रालय ने सरकारी कर्मचारियों के डीपसीक का उपयोग करने से प्रतिबंधित किया। क्योंकि ताइवान को खतरा है कि इससे डाटा लीक हो सकता है। यह प्रतिबंध केंद्रीय, स्थानीय सरकारी एजेंसियों, पब्लिक स्कूलों, राज्य सरकार के व्यवसाय और अन्य संबंद्ध संस्थानों के कर्मचारियों पर लागू होगा।
2023 में हुई थी डीपसीक की शुरूआत
2023 में हेज फंड मैनेजर लियांग वेनफेंग द्वारा स्थापित डीपसीक, तेजी से एआई दौड़ में एक गंभीर प्रतियोगी के रूप में उभरा है। पिछले सप्ताह जारी किया गया इसका नवीनतम मॉडल, डीपसीक-आर1, गणित, कोडिंग और तर्क जैसे कार्यों में अपनी उन्नत क्षमताओं के लिए ध्यान आकर्षित किया है। डीपसीक के कारण ओपनएआई, गूगल और सिलिकॉन वैली की तमाम कंपनियों की नींद उड़ी हुई है। डीपसीक की लॉन्चिंग ने न केवल जनरेटिव एआई स्पेस में प्रतिस्पर्धा को तेज किया है बल्कि शेयर बाजार को भी प्रभावित किया है।