TIO, कोलकाता।

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली की घटना सामने आने के बाद से ही तमाम विपक्षी दल ममता सरकार के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। जहां एक तरफ सत्ता पक्ष भाजपा पर प्रदेश में माहौल खराब करने का आरोप लगा रहा है। वहीं तमाम विपक्षी दल राज्य में कानून व्यवस्था के ध्वस्त होने की बात कह रहे है। बंगाल की पूरी सियासत संदेशखाली के ईर्दगिर्द भटक रही है। संदेशखाली सियासी जंग का मैदान बना हुआ है। इस बीच, पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने एक फिर बंगाल की मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी अब आंटी बन गई हैं।

वह एक क्रूर महिला
भाजपा नेता ने कहा, ‘पूरे बंगाल में इस तरह से काम चलता है। ममता बनर्जी के संरक्षक में काम चल रहा है। ममता बनर्जी को दीदी कहना बंद कर दिजिए। अब वह आंटी बन गई हैं। अगर हिंदी में कहें तो बुआ। ये बुआ-भतीजे की सरकार है। वह दीदी नहीं हैं। दीदी नाम के साथ एक मानवता की भावना आती है, लेकिन ममता बनर्जी की क्रूरता…मैंने विधानसभा चुनाव के दौरान नंदीग्राम में उन्हें हराया था। उन्होंने मेरे खिलाफ 42 मामले दर्ज कराए। वह एक क्रूर महिला हैं।’

क्या है संदेशखाली विवाद
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में स्थित गांव संदेशखाली इन दिनों भारी विरोध प्रदर्शन का गवाह बन रहा है। दरअसल गांव की महिलाओं ने बीते दिनों आरोप लगाए थे कि टीएमसी नेता शाहजहां शेख और अन्य टीएमसी नेताओं ने उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया और कुछ महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर यौन शोषण के भी आरोप लगाए थे। इसे लेकर संदेशखाली में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ता भी संदेशखाली में प्रदर्शन कर रहे हैं। शाहजहां शेख राशन घोटाले में आरोपी है और बीते दिनों ईडी टीम पर हुए हमले में भी शाहजहां शेख आरोपी है। वहीं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER