इस मामले में मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आदरणीय पटेरिया के बयानों को मैंने सुना। उससे स्पष्ट हो रहा है कि यह महात्मा गांधी की कांग्रेस नहीं है। यह इटली की कांग्रेस है। इटली की मानसिकता मुसोलिनी वाली रहती है। जिस तरह उनकी (राहुल गांधी की) यात्रा में स्वरा भास्कर, कन्हैया कुमार, सुशांत जी चल रहे हैं। उनसे भी स्पष्ट होता है कि माननीय प्रधानमंत्री के खिलाफ इस बेहद आपत्तिजनक बयान, जो कि माननीय पटेरिया ने दिया है, मैं तत्काल एसपी को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दे रहा हूं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा कि पूर्व मंत्री राजा पटेरिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या के लिए जनता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उकसाया। यह अत्यंत गंभीर और निंदनीय है। क्या हाल ही में मध्यप्रदेश से निकली राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में इस साजिश की तैयारी हुई? इसकी जांच होनी चाहिए।
इस बीच, मामले को तूल पकड़ता देख राजा पटेरिया भी अपने बयान पर सफाई दे रहे हैं। उनका कहना है कि मैं महात्मा गांधी की विचारधारा पर चलने वाला व्यक्ति हूं। मेरा बोलने का उद्देश्य नरेंद्र मोदी की हत्या करना नहीं बल्कि अगले चुनावों में उन्हें पराजित करने का था। भाजपा बेवजह इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है।
पटेरिया की सफाई से भी भाजपा संतुष्ट नहीं है। मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में इस तरह के बयान को धमकी माना जाता है। कांग्रेस में पीएम मोदी की लोकप्रियता से बौखलाहट है। सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को मौत का सौदागर कहा था तो कमलनाथ और दिग्विजय लगातार पीएम मोदी को लेकर अनर्गल टिप्पणी करते हैं। पूर्व मंत्री राजा पटेरिया का बयान उनकी मानसिकता को दर्शाता है। पटेरिया पर हत्या की साजिश रचने की एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। वायरल वीडियो में यह स्पष्ट है कि पटेरिया हत्या की योजना बना रहे हैं। मामला बेहद गम्भीर है। यह सोची-समझी साजिश है, अगर वो महात्मा गांधी को मानते तो उनकी जुबान पर हत्या की बात नहीं आती।