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मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी के कांग्रेस में जाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। दीपक के कांग्रेस में जाने की खबरों से बीजेपी परेशान है। एमपी बीजेपी के अध्यक्ष से लेकर केंद्रीय मंत्री तक दीपक को मनाने में जुटे हैं, लेकिन वे मानते नहीं दिख रहे हैं। मौजूदा हालात में बीजेपी के कई नेता पार्टी में उपेक्षा के शिकार हैं। पार्टी में अलग-थलग पड़ चुके पुराने नेताओं पर कांग्रेस डोरे डाल रही है।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने अब अनूप मिश्रा को कांग्रेस जॉइन करने का न्योता दिया है। अनूप बीजेपी के संस्थापक और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे हैं। वे मप्र सरकार में मंत्री रहे हैं। अनूप मिश्रा पूर्व सांसद भी हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा- अनूप मिश्रा मेरे मित्र हैं। मैं चाहूंगा कि वो कांग्रेस में आएं। मैं उनका स्वागत करूंगा। बीजेपी में आपराधिक तत्वों का जमावड़ा है। भ्रष्टाचार, लूट मची हुई है। ईमानदार, भले आदमियों की बड़ी दुर्दशा हो रही है, इसलिए बेचारे उपेक्षित होकर घर बैठे हैं।

बीजेपी अवसरवादी पार्टी- डॉ. गोविंद सिंह

भाजपा अवसरवादी पार्टी है। लोगों से काम लेती है। जिन लोगों ने पार्टी के लिए खून, पसीना बहाया है, उन अच्छे लोगों की उपेक्षा हो रही है। आज लूट, खसोट की सरकार बन गई है। दीपक जोशी, भंवर सिंह शेखावत, सत्तन जी यदि कांग्रेस में आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। उनको उनकी स्थिति के अनुसार पद प्रतिष्ठा देकर सम्मानित किया जाएगा।

क्यों नाराज हैं बीजेपी के नेता

तीन साल पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 विधायकों के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद फिर मप्र में भाजपा सत्ता में आ गई। सिंधिया के बीजेपी में आने के बाद अब तक 29 विधायक बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। जिन सीटों पर दूसरे दलों से आए नेता विधायक बन गए हैं, वहां बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता उपेक्षित हैं। दलबदल वाली इन सीटों पर चुनावी साल में टिकट मिलने की उम्मीद खत्म होने के बाद भाजपा के पुराने नेता अपने लिए नया राजनीतिक ठिकाना खोज रहे हैं।

इन नेताओं ने भी दिखाए बगावती तेवर

पूर्व मंत्री दीपक जोशी 6 मई को सुबह 11 बजे कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे। दीपक के बाद कद्दावर भाजपा नेता और कवि सत्यनारायण सत्तन ने भी बगावती तेवर दिखाए हैं। अपेक्स बैंक के पूर्व अध्यक्ष और बदनावर से विधायक रहे भंवर सिंह शेखावत और अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा चुनाव लड़ने का खुलकर ऐलान कर चुके हैं। शेखावत और मिश्रा कह चुके हैं कि वे अगला विधानसभा चुनाव हर हाल में लड़ेंगे। इसके अलावा जिन सीटों पर कांग्रेस और दूसरे दलों से आए विधायक अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं, वहां भी विद्रोही के स्वर सुनाई देने लगे हैं।

सत्तन गुरु को सुनिए क्या कहा…

सत्यनारायण सत्तन ने सार्वजनिक तौर पर मीडिया से चर्चा में कर्नाटक चुनाव पर कहा, आंध्र और कर्नाटक में बीजेपी घुस गई फाटक में। ईमानदारी कोई तौल कर दी जाने वाली वस्तु नहीं है। ऐसा थोड़ी है कि 2 रुपए की ईमानदारी दे दे। 50 ग्राम ईमानदारी दे दो। ईमानदारी की अपनी चमक होती है। समाज उसका आकलन करता है। तुम खुद अपनी ईमानदारी का आकलन करो तो ये आत्मश्लाघा है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER