TIO, उज्जैन।
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में शिवलिंग के क्षरण की घटना रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट एक्शन में आ गया है। इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर आर्कियोलॉजी सर्वे आॅफ इंडिया (एएसआई) और जिओलॉजिकल सर्वे आॅफ इंडिया (जीएसआई) की 8 सदस्यीय टीम महाकाल मंदिर पहुंच भी गई है। टीम ने मंदिर का निरीक्षण कर शिवलिंग के सैंपल लिए। इसके बाद अब टीम रिपोर्ट तैयार कर सुप्रीम कोर्ट को सौंपेगी।
मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली से महाकाल मंदिर पहुंची टीम के सदस्यों ने महाकाल के गर्भगृह में पहुंचकर शिवलिंग की बारीकी से जांच की। शिवलिंग में हो रहे नुकसान को लेकर सैंपल लिए। टीम के प्रमुख रामजी निगम ने बताया कि महाकाल मंदिर में शिवलिंग में लगातार हो रहे क्षरण से सभी चिंतित है। उन्होंने बताया कि उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार शिवलिंग के अलावा मंदिर का निरीक्षण किया गया है। इसकी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपेगी जाएगी।
जांच टीम में दो भोपाल के भी रहे
जांच टीम में दिल्ली के दो सदस्य और भोपाल के दो सदस्य मौजूद हैं। इसके साथ ही सहयोगी के तौर पर चार अन्य सदस्य शमिल हैं। इस प्रकार कुल 8 सदस्य टीम यहां जांच कर रही है। आपको बता दें कि इससे पहले 18 दिसंबर को जिओलॉजिकल सर्वे आॅफ इंडिया भोपाल की टीम आकर पानी भांग भस्म के नमूने लेकर जांच कर चुकी है। अब दोनों दल मिलकर जांच करने के बाद रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपेंगे।
2017 में सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था मामला
दरअसल महाकाल मंदिर शिवलिंग को हो रहे नुकसान को लेकर वर्ष 2017 में मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया था। मामले में आदेश जारी किया गया था कि एएसआईऔर जीएसआई की टीम प्रतिवर्ष शिवलिंग की जांच कर रिपोर्ट कोर्ट मे सौंपेगी। यही कारण है कि यहां यह जांच दल आया है जो की पहले भी कई बार जांच कर चुका है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही वास्तविक स्थिति का पता चल पाएगा।