TIO, नई दिल्ली।
लंबे समय से आर्थिक संकट झेल रहे पाकिस्तान में जनता को राहत मिलती नहीं दिख रही है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मदद के बावजूद सरकार आम जनता की मुश्किलों को कम करने में नाकाम साबित हो रही है। वहीं दूसरी ओर महंगाई देश में कोहराम मचा रही है। अब एक बार फिर पाकिस्तान सरकार ने ऐसा फैसला लिया है, जिसने जनता पर बोझ बढ़ा दिया है। दरअसल, आधी रात में सरकार ने देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा कर दिया। पेट्रोल की कीमतों में 9 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा का इजाफा किया गया है।
महंगाई से जूझती जनता पर फूटा ‘पेट्रोल’ बम
एक रिपोर्ट के मुताबिक, महंगाई की तगड़ी मार लंबे समय से झेल रही पाकिस्तान की जनता पर एक बार फिर बोझ बढ़ गया है। सरकार ने पेट्रोल और हाई स्पीड डीजल के दाम बढ़ा दिए हैं। पहले से ही देश में बिजली की दरों में बेतहाशा बढ़ोतरी से लेकर आटा, दाल, चावल से लेकर सब्जी और रोजमर्रा के सामानों पर महंगाई छाई हुई है और ये आम लोगों की पहुंच से दूर होते जा रहे हैं। वहीं देश में सरकार एक के बाद एक ‘पेट्रोल’ बम भी फोड़ती जा रही है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इस ताजा बढ़ोतरी के बाद अब देश में इनके दाम 300 रुपये के बेहद करीब पहुंच गए हैं।
अब यहां पहुंच गया पेट्रोल-डीजल का दाम
सोमवार को पाकिस्तान सरकार ने अगले पखवाड़े के लिए पेट्रोल की कीमत 9।99 रुपये प्रति लीटर और हाई-स्पीड डीजल की कीमत 6.18 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दी है। देश के फाइनेंस विभाग की ओर से इस संबंध में एक नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में उतार-चढ़ाव के चलते पेट्रोल की नई कीमत 275.6 रुपये प्रति लीटर और एचएसडी की 283.63 रुपये प्रति लीटर होगी।
महज 15 दिनों में की दूसरी बढ़ोतरी
पाकिस्तान में पेट्रोल और हाई स्पीड डीजल की नई कीमतें आधी रात से ही लागू कर दी गई हैं। एक महीने में ही सरकार की ओर से ये दूसरा बड़ा इजाफा किया गया है। इससे पहले 15 दिन पहले ही बीते 1 जुलाई 2024 को पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमतों में 7 रुपये प्रति लीटर और हाई स्पीड डीजल की कीमतों में 9 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी। सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन में ये भी कहा गया है कि फ्यूल प्रोडक्ट्स पर लगने वाले चार्ज और टैक्स में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है और ये पहले की तरह ही लागू रहेंगे।
पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल पर इतना टैक्स
रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार की ओर से कहा गया है कि बीते पखवाड़े में अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में क्रमश: 4.4 डॉलर प्रति बैरल और 2 डॉलर प्रति बैरल की बढ़ोतरी की गई है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 1.28 ट्रिलियन रुपये जुटाने के लिए फाइनेंशियल बिल में पेट्रोलियम डेवलपमेंट फीस की अधिकतम सीमा बढ़ाकर 70 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। पाकिस्तान में सरकार वर्तमान में पेट्रोल और एचएसडी दोनों पर लगभग 77 रुपये प्रति लीटर टैक्स लागू करती है। सभी तरह के पेट्रोलियम उत्पादों पर सामान्य बिक्री कर जीरो है, लेकिन सरकार इनपर 60 रुपये प्रति लीटर पीडीएल लगाती है, जिसका भार आम तौर पर आम जनता पर पड़ता है। वहीं पेट्रोल एचएसडी पर करीब 17 रुपये का सीमा शुल्क भी लगा रही है।
महंगाई बढ़ाने में पेट्रोलियम उत्पादों का बड़ा रोल
गौरतलब है कि पेट्रोलियम और बिजली की कीमत महंगाई के प्रमुख चालत रहते हैं। एक ओर जहां पेट्रोल का इस्तेमाल ज्यादातर निजी परिवहन, छोटे वाहनों, रिक्शा और दोपहिया वाहनों में किया जाता है। तो वहीं दूसरी ओर, डीजल की कीमत में इजाफे से सबसे ज्यादा महंगाई बढ़ती है, क्योंकि इसका ज्यादातर इस्तेमाल भारी ट्रांसर्पोटेशन वाहनों में होता है और परिवहन लागत बढ़ने के साथ विशेष रूप से सब्जियों और अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतों में इजाफा देखने को मिलता है।