TIO, कोलकाता।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और जेल में बंद तृणमूल कांग्रेस नेता पार्थ चटर्जी के करीबी सहयोगियों के आवास पर छापेमारी कर रही है। सूत्रों ने बताया कि यह छापेमारी राज्य में शिक्षक भर्ती घोटाला के तहत की जा रही है। साल 2022 में ईडी ने पार्थ चटर्जी को स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। पार्थ की गिरफ्तारी उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के आवास से 21 करोड़ नकद और करीबन एक करोड़ से अधिक के आभूषण बरामद होने के बाद हुई थी।
पार्थ चटर्जी के करीबियों के आवास पर छापेमारी
सूत्र ने कहा, ‘ईडी राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री के करीबी के आवास पर छापेमारी कर रही है। शिक्षक भर्ती घोटाला के तहत यह छापेमारी जारी है।’ राज्य में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल सरकारी नौकरियों की बिक्री का नेक्सस बहुत सक्रिय है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक आॅडियो क्लिप भी शेयर की। इस क्लिव में कालीपद पति, टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी और मनिक भट्टाचार्य और एक एजेंट की बातचीत है। क्लिप में सुना गया कि एजेंट बता रहा है कि उसने सरकारी स्कूल में शिक्षक पद के लिए 14 लाख रुपये का भुगतान किया, लेकिन उसकी नियुक्ति के लिए कोई कॉल नहीं आया।
राज्य में शिक्षा भर्ती घोटाला अभी भी सक्रिय: शुभेंदु अधिकारी
शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि राज्य में शिक्षक भर्ती घोटाला अभी भी सक्रिय है। उन्होंने अपने पोस्ट में सीबीआई और ईडी के टैग करते हुए इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बता दें कि केंद्रीय बलों के साथ ईडी ने एक व्यापारी के दफ्तर और उनके तीन फ्लैट पर छापमारी की। ईडी के अधिकारी ने बताया कि घोटाले में बिल्डल ने अहम भूमिका निभाई है। ऐसा लगता है कि उस व्यक्ति ने घोटाले से प्राप्त धन को विभिन्न परियोजनाओं में निवेश करने में पार्थ चटर्जी की मदद की है