TIO, नई दिल्ली।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। अजित पवार ने अपने एक बयान में कहा कि लोकसभा चुनाव में उनके उम्मीदवार के जीतने पर वह बारामती से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि अब यह लोग तय करें कि वो बारामती में भावनात्मक मुद्दों पर वोट करेंगे फिर अपने क्षेत्र में विकास के मुद्दों पर। बारामती लोकसभा क्षेत्र शरद पवार और सुप्रिया सुले का पारंपरिक गढ़ है, लेकिन अजीत पवार ने कहा कि वह वहां उम्मीदवार उतारेंगे।
बारामती सीट को लेकर एनसीपी प्रमुख और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि महाराष्ट्र राज्य के गठन और चुनाव शुरू होने के बाद से आज तक बारामती में ऐसा कभी नहीं हुआ कि विपक्षी उम्मीदवार की जमानत जब्त न हुई हो। और मुझे इस पर गर्व है।
वोटरों से की अपील
बारामती को शरद पवार का गढ़ माना जाता है और यहां से एनसीपी हमेशा भारी मतों के अंतर से चुनाव जीतती रही है। बारामती को लेकर अजित पवार ने आगे कहा,’आगामी लोकसभा चुनाव में हम यहां से जो भी उम्मीदवार उतारें, आप उसे जिताएं।।।तभी मैं राज्य विधानसभा चुनाव में यहां से चुनाव लड़ूंगा। मेरे प्रति आपका उत्साह ईवीएम में झलकना चाहिए। आने वाले समय में लोग आपके पास आएंगे और भावनात्मक मुद्दों पर आपसे वोट मांगेंगे। लेकिन यह आपको तय करना है कि आप भावनात्मक मुद्दों पर वोट देंगे या विकास कार्यों को जारी रखने और अपनी आने वाली पीढ़ियों के कल्याण के लिए वोट देंगे।’
बारामती की सांसद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले पर परोक्ष हमला करते हुए उन्होंने कहा, ‘जो लोग काम करते हैं, उन्हें आरोपों का सामना करना ही पड़ता है। जो लोग काम नहीं करते, उनका साफ रहना तय है।’ इससे पहले अजित पवार ने शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर वह ‘सीनियर लीडर’ के बेटे होते तो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (ठउढ) के आसानी से अध्यक्ष बन जाते। हालांकि उनके इस बयान पर शरद पवार के वफादार माने जाने वाले पूर्व राज्यमंत्री जितेंद्र आव्हाड ने नाराजगी जताई है। साथ ही कहा कि अजित महाराष्ट्र की राजनीति में इतनी तेजी से नहीं उभर पाते, अगर वह शरद पवार के भतीजे नहीं होते।
अजित ने आगे कहा कि अगर उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के लिए शरद पवार की पसंद का समर्थन किया होता तो उन्हें सराहना मिलती, लेकिन जब मैं पार्टी का प्रमुख बना तो हमें बेकार करार दिया गया। अजित ने कहा कि वह बारामती से ऐसे उम्मीदवार को मैदान में उतारेंगे, जिसने पहले कभी चुनाव नहीं लड़ा हो, लेकिन उस व्यक्ति के पास पर्याप्त अनुभव वाले समर्थक होंगे, उन्होंने कहा कि लोगों को उनके उम्मीदवार को वोट देना चाहिए, जैसे कि वह खुद मैदान में हों।