TIO, दिल्ली

नई सरकार से भाजपा ने दिल्ली के क्षेत्रीय व जातीय समूहों को साधने की कोशिश की है। रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाकर न सिर्फ महिलाओं को प्रतिनिधित्व दिया है। मंत्रिमंडल के गठन में जातिगत समीकरणों का पूरा ध्यान रखा गया है। सीएम खुद वैश्व समुदाय से हैं, जो पारंपरिक रूप से भाजपा का वोटर है। प्रवेश वर्मा दिल्ली के बाहरी इलाकों में प्रभावी जाट समुदाय से आते हैं। मनजिंदर सिंह सिरसा सिख समुदाय से, जबकि आशीष सूद पंजाबी समुदाय से हैं।

दिल्ली के बड़े इलाके में इन दोनों समुदायों की प्रभावशाली उपस्थिति है। दिल्ली का पंजाबी समुदाय लगातार भाजपा का समर्थक रहा है, जबकि सिख समुदाय ने कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा को अपना समर्थन दिया है। एक अन्य मंत्री रविंद्र इंद्रराज सिंह अनुसूचित जाति से हैं।

दिल्ली में इस समुदाय के लिए आरक्षित 12 सीटों में इस बार भाजपा को चार पर जीत मिली है। ऐसे में पार्टी रविंद्र इंद्रराज के जरिये इस समुदाय में अपनी पैठ और गहरी करना चाहती है। वहीं, दो पूर्वांचालियों कपिल मिश्रा और पंकज सिंह को मंत्री बनाकर पार्टी ने चुनावी जीत-हार तय करने वाले इस समुदाय को भी साथ लिया है।

पंजाबी व सिख समुदाय भी सरकार में
पिछली सरकार में पंजाबी और सिख समुदाय के नेताओं को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला था, लेकिन भाजपा ने इस खामी को दूर किया। इस तरह भाजपा ने सामाजिक समीकरणों और जातीय प्रतिनिधित्व को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल का गठन किया।

नड्डा के ध्यान दिलाने पर पीएम के साथ चलीं रेखा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण समारोह के मंच से अकेले बाहर की ओर बढ़ने लगे, तभी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का इस ओर ध्यान गया और उन्होंने रेखा गुप्ता को पास बुलाकर याद दिलाया कि प्रोटोकॉल के अनुसार, उन्हें प्रधानमंत्री के साथ चलना चाहिए। इसके बाद सीएम तेज कदमों से प्रधानमंत्री के पास पहुंची और प्रोटोकॉल का पालन कर मंच के नीचे तक ही नहीं, बल्कि उन्हें गाड़ी तक विदाई देने के लिए साथ चलने लगीं।

नए मंत्रियों पर आपराधिक केस: एडीआर
दिल्ली की नई मंत्रिपरिषद में शपथ लेने वाले मुख्यमंत्री समेत पांच मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की जानकारी दी है। यह खुलासा चुनाव अधिकार निकाय एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में हुआ।रिपोर्ट के अनुसार, दो मंत्री करोड़पति हैं। यह जानकारी मंत्रियों की ओर से 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले दिए गए शपथ पत्रों पर आधारित है। विश्लेषण के अनुसार, सात में से पांच मंत्रियों (71 फीसदी) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की बात स्वीकार की है, जबकि दो मंत्री (29%) करोड़पति हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि मुख्यमंत्री रेखा सहित पांच मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से एक मंत्री, आशीष सूद पर गंभीर आपराधिक आरोप हैं।

मंत्रियों ने की स्नातक या उससे ऊपर की पढ़ाई
शैक्षणिक योग्यता के मामले में छह मंत्रियों (86%) ने स्नातक या उससे ऊपर की शिक्षा होने की जानकारी दी है, जबकि एक मंत्री ने केवल 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। आयु के हिसाब से पांच मंत्री (71%) 41 से 50 वर्ष के बीच के हैं, जबकि दो मंत्री (29%) 51 से 60 वर्ष के बैच के हैं।

मनजिंदर सिंह की कुल संपति 248.85 करोड़
वित्तीय पहलू पर नजर डालें तो राजौरी गार्डन निर्वाचन क्षेत्र से मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा की कुल संपत्ति 248.85 करोड़ रुपये है, जो सबसे अधिक है। वहीं, करावल नगर निर्वाचन क्षेत्र से मंत्री कापिल मिश्रा की कुल संपत्ति 1.06 करोड़ रुपये है, जो सबसे कम है। सात मंत्रियों की औसत संपत्ति 56.03 करोड़ रुपये है। सभी सात मंत्रियों ने देनदारियां घोषित की हैं, जिनमें नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र के प्रवेश साहिब सिंह की देनदारियां 74.36 करोड़ रुपये हैं, जो सबसे अधिक है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER