भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज करने के बाद अब भाजपा ने उन नेताओं पर एक्शन लेना शुरू कर दिया है, जिन्होंने चुनाव के दौरान उम्मीदवारों के खिलाफ भितरघात करने का काम किया है। गुरुवार को धार में जिलाध्यक्ष समेत 4 पार्षदों को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित करने के बाद अब महू और भोपाल की बैरसिया विधानसभा सीट में भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ करने वाले नेताओं के खिलाफ भाजपा ने बड़ी कार्रवाई की है। महू विधानसभा क्षेत्र के सात नेताओं को संगठन ने शोकाज नोटिस जारी किया है। तीन दिन में उनसे जवाब मांगा गया है। संतोषजनक जबाव नहीं मिलने पर भाजपा उन नेतागणों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा सकती है।
गौरतलब हे कि महू से उषा ठाकुर का टिकट तय होने के बाद इन नेताओं ने दशहरा मिलन समारोह के बहाने एक बैठक में शामिल हुए थे और ठाकुर को प्रत्याशी बनाए जाने का जमकर विरोध किया था। इतना ही नहीं इन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान भी पार्टी को नुकसान पहुंचाने का काम किया था। इसके अलावा देपालपुर विधानसभा क्षेत्र में बागी उम्मीदवार राजेंद्र चौधरी के लिए काम करने वाले भाजपाईयों को भी नोटिस देने की तैयारी की जा रही है। उनमें भाजपा नेता अशोक सोमानी और घनश्याम नारोलिया शामिल है। इसके अलावा रामकरण भाबर,संतोष पाटीदार, देंवेद्र सिंह ठाकुर, रवि यादव, पवन यादव और धन्नालाल निनामा शामिल है। सभी को तीन दिन में जवाब देना होगा। इन्होंने देपालपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत चुके मनोज पटेल के खिलाफ भी कुछ भाजपाई थे और उन्होंने भाजपा के बागी उम्मीदवार चौधरी का खुलकर काम किया हैै।
बैरसिया में इन पर गिराई गाज
वहीं बैरसिया में जिला ग्रामीण उपाध्यक्ष जसवंत सिंह सोलंकी, पूर्व मंडल अध्यक्ष सुनील पुरोहित, जिला ग्रामीण कार्य समिति सदस्य वीर सिंह बघेल, जिला कार्यसमिति सदस्य महेंद्र सिंह राठौड़, मंडल उपाध्यक्ष अखिलेश गौर और युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष दीपक मीणा रुद्र को भाजपा ने पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इन पर विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी विष्णु खत्री के खिलाफ करने का आरोप है।