TIO, वॉशिंगटन।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश की जहां दुनियाभर के नेताओं ने निंदा की है। वहीं, कई लोगों ने उन्हें निशाना बनाने के लिए हिंसक बयानबाजी का इस्तेमाल किया है। एक महीने पहले राष्ट्रपति जो बाइडन की टीम ने ट्रंप को देश के लिए असली खतरा बताया था। बाइडन ने हाल ही में कहा था कि ट्रंप को निशाने पर लेने का समय आ गया है। हालांकि, हमले के बाद अब बाइडन ने माना है कि उन्होंने यह कहकर गलती की थी कि वह ट्रंप को निशाने पर लेना चाहते हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि ट्रंप की ओर से उस समय ज्यादा भड़काऊ बयानबाजी की जा रही थी।
रिपब्लिकन पार्टी की रैली में ट्रंप पर हुआ हमला
ट्रंप पर हाल ही में पेंलवेनिया में हमला हुआ था। हमलावर की गोली ट्रंप के कानों को छूकर निकल गई थी। इस दौरान उनके कान से खून बहने लगा। वहीं, रैली में मौजूद एक समर्थक की गोलीबारी में मौत हो गई थी। कुछ ही सेकंड में सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों ने हमलावर को मार गिराया था। बाद में हमलावर की पहचान थॉमस मैथ्यू क्रुक्स के रूप में हुई।
बाइडन बोले- नहीं करना चाहिए था ऐसे शब्द का इस्तेमाल
रिपोर्ट के मुताबिक, बाइडन ने सोमवार को प्रसारित एक इंटरव्यू में एनबीसी न्यूज से कहा कि यह कहना उनकी एक गलती थी कि वह रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को निशाने पर लेना चाहते हैं। हालांकि, उन्होंने तर्क दिया कि ट्रंप के बयान ज्यादा उकसाने वाले थे। बाइडन ने एनबीसी एंकर लेस्टर होल्ट से कहा, ‘इस शब्द का इस्तेमाल करना एक गलती थी।’ उन्होंने कहा कि वह जो कह रहे हैं, उस पर फोकस करना चाहते हैं।
ट्रंप की ‘खून-खराबा’ वाली टिप्पणी पर किया पलटवार
बाइडन ने ट्रप की ‘खून-खराबा’ वाली टिप्पणी का जिक्र करते हुए आगे कहा, जब कोई राष्ट्रपति ऐसी बातें कहता है, तो वह लोकतंत्र पर खतरे के बारे में कैसे बात कर सकता है? क्या आप इसलिए कुछ नहीं कहते हैं कि इससे कोई भड़क सकता है? राष्ट्रपति ने कहा कि वह उन लोगों में से नहीं जो ऐसी बयानबाजी करते हैं।
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने रैली में क्या कहा था
रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने इस साल मार्च में कहा था कि अगर नवंबर में उन्हें फिर से नहीं चुना जाता है तो देश में खून-खराबा होगा। उन्होंने यह टिप्पणी एक रैली के दौरान की थी। तब वह आॅटो विनिर्माण को लेकर चीन के साथ बढ़ते व्यापार युद्ध के बारे में बात कर रहे थे।