TIO, नई दिल्ली/अमृतसर/ह्यूस्टन

अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों को वापस भेजने के डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के तहत एक अमेरिकी सैन्य परिवहन विमान सी-17 ग्लोबमास्टर-III 16 फरवरी को अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरेगा। इसमें करीब 119 भारतीय नागरिक होंगे, जो अवैध तरीके से अमेरिका में रह रहे थे। निर्वासित लोगों में पंजाब से 67, हरियाणा से 33, गुजरात से आठ, उत्तर प्रदेश से तीन, राजस्थान-महाराष्ट्र से दो-दो और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश से एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। रविवार को भी 157 लोगों को लेकर एक और अमेरिकी विमान के अमृतसर पहुंचने की संभावना है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सभी अवैध प्रवासियों को उनके देश वापस भेजे जाने तक हर दूसरे सप्ताह निर्वासन की प्रक्रिया जारी रहेगी। कार्रवाई ऐसे लोगों पर की जा रही है, जो अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश कर गए हैं या फिर वे अपने वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी वहां रह रहे हैं।

इससे पहले अमेरिका से निर्वासित किए गए 104 अवैध प्रवासी भारतीयों को लेकर अमेरिकी सेना का विमान सी-17 पिछले हफ्ते यानी 5 फरवरी को अमृतसर के श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा था। इनमें गुजरात के 33, हरियाणा के 34, पंजाब के 30, महाराष्ट्र के तीन, उत्तर प्रदेश-चंडीगढ़ के दो-दो लोग शामिल थे। इनमें आठ से दस साल के कुछ बच्चे भी शामिल थे।

15 साल में अमेरिका से कितने भारतीयों को वापस भेजा गया?
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 6 फरवरी यानी गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में बयान दिया था। विपक्ष के हंगामे के बीच जयशंकर ने कहा था कि अमेरिकी अधिकारियों की ओर से की गई ऐसी कार्रवाई कोई नई नहीं है। उन्होंने पिछले 15 वर्षों में वापस भेजे गए भारतीयों के आंकड़ों का भी खुलासा किया था। मंत्री ने राज्यसभा को बताया था कि 2009 से अब तक कुल 15,756 अवैध भारतीय अप्रवासियों को अमेरिका से वापस भारत भेजा गया है।

जयशंकर ने कहा था, ‘हम निश्चित तौर पर अमेरिकी सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए बातचीत कर रहे हैं कि वापस आ रहे भारतीयों के साथ उड़ान के दौरान किसी भी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया जाए।’ उन्होंने कहा था कि साथ ही सदन इस बात की सराहना करेगा कि हमारा ध्यान वैध यात्रियों के वीजा को आसान बनाने के लिए कदम उठाते समय अवैध आव्रजन उद्योग पर कड़ी कार्रवाई पर भी होना चाहिए। जयशंकर का कहना था, ‘वास्तव में, अवैध आवागमन और प्रवासन में कई अन्य संबंधित गतिविधियां शामिल हैं, जो गैरकानूनी भी हैं। इसके अलावा, हमारे नागरिक जो अवैध रूप से आवागमन में संलिप्त होते हैं, वे स्वयं अन्य अपराधों का शिकार हो जाते हैं। इस क्रम में ये सभी अमानवीय परिस्थितियों के शिकार हो जाते हैं।’

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER