TIO, पुंछ
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सेना और सुरक्षाबल आतंकियों की तलाश में जुटे हैं। भारतीय सेना ने आतंकवादियों को पकड़ने के लिए पुंछ के लसाना वन क्षेत्र में जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) के साथ संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया है। जम्मू कश्मीर में बड़े स्तर पर तलाशी अभियान चला रही है।
पुलवामा आतंकी हमले के छह साल बाद धरती की जन्नत फिर निदोर्षों के खून से सन गई। पहलगाम के ”मिनी स्विट्जरलैंड” बायसरन में आतंकी हमले ने पुलवामा के जख्मों को ताजा कर दिया, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान बलिदान हुए थे।
सोमवार तक अपनी हरियाली के लिए प्रसिद्ध बायसरन घाटी के हरे-भरे मैदान मंगलवार दोपहर बाद खून से लाल हो गए। जगह-जगह निर्दोष लोगों के शव पड़े और बिलखते परिवार के सदस्य थे। इस खौफनाक मंजर ने 14 अप्रैल 2019 को हुए पुलवामा हमले के जख्मों को ताजा कर दिया, जहां आतंकियों ने आत्मघाती हमला किया था। कुछ ऐसा ही आतंकियों ने पहलागम में किया, जहां पहले लोगों से उनका धर्म पूछा फिर आश्वस्त होने के बाद ताबड़तोड़ गोलियां बसराईं, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई।
आतंकियों के इस कायराना और अमानवीय कृत्य से पर्यटकों के खचाखच भरी रहने वाली बायसरन घाटी में सिर्फ आतंक के निशान बचे हैं। अभी तक कश्मीर में पर्यटकों पर इस तरह का बड़ा हमला नहीं हुआ था। पिछले साल 18 मई की रात दो जगह आतंकियों ने हमला किया था। इसमें एक पहलगाम के पास और दूसरा ओपन टूरिस्ट कैंप में हमला हुआ था।
आतंकियों की तलाश में अभियान तेज, चप्पा-चप्पा खंगाल रहे जवान
बायसरन में हमलावरों को मार गिराने के लिए सुरक्षाबल पहलगाम के बायसरन इलाके में व्यापक तलाशी अभियान चला रहे हैं। क्षेत्र के जंगलों में अतिरिक्त सुरक्षाबलों को कॉम्बिंग आॅपरेशन में शामिल किया गया है। पूरे जंगल क्षेत्र को घेरे में लेते हुए इस अभियान को चलाया जा रहा है। हमले के एक दिन बाद पर्यटक स्थल पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं।
पुलिस ने घाटी भर में लगभग 1,500 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इनमें वे लोग शामिल हैं, जिनका अतीत में आतंकवाद से संबंध रहा है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इन सभी से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, हमारा पूरा प्रयास है कि ऐसे सुराग मिलें, जिनसे दोषियों तक पहुंचा जा सके और उन्हें सजा दिलाई जा सके।
उरी में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया
बारामुला के उरी सेक्टर में बुधवार को सेना ने नियंत्रण रेखा के करीब घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। आतंकियों और सेना के बीच हुई गोलीबारी में दो आतंकी ढेर हो गए। आतंकी उडी नाला के जरिये घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। घाटी में सेना की कमान संभालने वाले चिनार कोर ने अपनी एक पोस्ट में लिखा, 23 अप्रैल को 2-3 आतंकवादियों ने उडी नाला इलाके से सरजीवन के सामान्य क्षेत्र से घुसपैठ करने की कोशिश की। नियंत्रण रेखा पर सैनिकों ने घुसपैठियों को चुनौती दी और उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप भारी गोलीबारी हुई। सेना के चिनार कोर ने एक्स पर एक अन्य पोस्ट में कहा, सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच हुई भारी गोलीबारी में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया। सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया।
हथियार बरामद
सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किए गए पोस्ट में बताया कि उरी में जो आतंकवादी मारे गए हैं उनके पास से बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और अन्य युद्ध जैसे सामान बरामद किए गए हैं। आॅपरेशन जारी है। यह घुसपैठ की कोशिश दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के 24 घंटे से भी कम समय बाद हुई है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे।