TIO, वॉशिंगटन
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दो टूक कहा है कि युद्ध रुकना चाहिए। उन्होंने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन के साथ समझौता करना चाहिए, क्योंकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वालोदिमिर जेलेंस्की बातचीत के लिए तैयार हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि वे जल्द से जल्द पुतिन से मिलेंगे।
इससे पहले ट्रंप ने अपने रूसी समकक्ष को यूक्रेन में युद्ध खत्म या फिर उच्च टैरिफ समेत कई प्रतिबंधों का सामना करने की चेतावनी दी थी। 20 जनवरी को संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले ट्रंप ने बुधवार को अपने स्वामित्व वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर यह बात कही।
राष्ट्रपति ट्रंप ने गुरुवार को ओवल आॅफिस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि पुतिन को एक समझौता करना चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि रूस पर प्रतिबंध लगाकर पुतिन को बातचीत करने के लिए मजबूर किया जा सकता है? तो उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता। रूस को एक समझौता करना चाहिए। शायद वे समझौता करना भी चाहते हैं। मुझे लगता है, मैंने जो सुना है, उसके हिसाब से पुतिन मुझसे मिलना चाहेंगे। हम जितनी जल्दी हो सके मिलेंगे। मैं तुरंत मिलूंगा। युद्ध के मैदान में सैनिक मारे जा रहे हैं। इस खून खराबे को रोकना जरूरी है।
ट्रंप ने कहा कि अभी जो जंग चल रही है, वह गंभीर है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से ऐसे गंभीर हालात अब बने हैं। मेरे पास ऐसी तस्वीरें हैं जिन्हें आप नहीं देखना चाहेंगे। सैनिकों की रोजाना इतनी संख्या में हत्या हो रही है, जितनी हमने दशकों में नहीं देखी। इसलिए जंग रोकना जरूरी है। युद्ध को समाप्त करना ही सभी के लिए अच्छा होगा। यह एक हास्यास्पद युद्ध है।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन समझौता करने के लिए तैयार है। वोलोदिमिर जेलेंस्की शांति समझौते के लिए बातचीत करने के लिए तैयार हैं। वह रुकना चाहते हैं। वह ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने बहुत सारे सैनिक खो दिए हैं। रूस ने भी ऐसा ही किया। रूस ने और भी ज्यादा सैनिक खोए हैं। उन्होंने 8,00,000 सैनिक खो दिए।
बुधवार को सोशल मीडिया पोस्ट में रूसी राष्ट्रपति पुतिन का नाम लेते हुए ट्रंप ने तर्क दिया कि उनके रूसी राष्ट्रपति के साथ हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन अब इस हास्यास्पद युद्ध को खत्म का समय आ गया है! उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर जल्द ही युद्ध विराम समझौता नहीं हुआ, तो उनके पास रूस की ओर से अमेरिका और अन्य मित्र देशों को बेची जाने वाली किसी भी चीज पर टैरिफ, कर और प्रतिबंध लगाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं होगा।