TIO, वॉशिंगटन

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन को बुद्धिमान बताया। ट्रंप ने मंगलवार को दोहराया कि उन्हें पुतिन से बहुत जल्द बात करने की उम्मीद है। ट्रंप ने एक बार फिर पुतिन से यूक्रेन पर लगभग तीन साल पुराने रूसी आक्रमण को रोकने का आह्वान किया। ट्रंप ने दावा किया कि अगर वे राष्ट्रपति होते तो संघर्ष कभी नहीं होता।

ट्रंप ने कहा, ‘रूस कभी यूक्रेन में नहीं जाता। पुतिन के साथ मेरी बहुत मजबूत समझ थी। ऐसा कभी नहीं होता। उन्होंने बाइडन का अनादर किया। वह लोगों का अनादर करते हैं। वह स्मार्ट हैं। वह समझते हैं।’ ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा कि वह पुतिन से किसी भी समय मिलने के लिए तैयार हैं, लेकिन अगर पुतिन यूक्रेन के मुद्दे पर वार्ता की मेज पर नहीं आते हैं तो वे रूस पर प्रतिबंध लगा सकते हैं।

जब पत्रकारों की ओर से पूछा गया कि यदि पुतिन वार्ता की मेज पर नहीं आते हैं तो क्या अमेरिका रूस पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाएगा? इस पर ट्रंप ने कहा कि ऐसा हो सकता है। ट्रंप ने कहा, ‘युद्ध कभी शुरू नहीं होना चाहिए था। यदि आपके पास एक सक्षम राष्ट्रपति होता, जो आपके पास नहीं था, तो युद्ध नहीं होता। यदि मैं राष्ट्रपति होता तो यूक्रेन में युद्ध कभी नहीं होता।’ ट्रंप ने कहा कि इसके अलावा मध्य पूर्व में कभी नहीं वो हालात नहीं बनते, जो आज बने हैं, क्योंकि ईरान दिवालिया हो चुका था।

एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा कि वह पुतिन से कभी भी मिलने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जब भी वे चाहेंगे, मैं उनसे मिलूंगा। लाखों लोग मारे जा रहे हैं। यह एक भयावह स्थिति है। ज्यादातर सैनिक अपनी जान गंवा रहे हैं। बहुत से लोग मारे गए हैं और शहर विध्वंस स्थलों की तरह दिखते हैं। यूक्रेन के साथ समस्या यह है कि आप जो रिपोर्ट कर रहे हैं, उससे कहीं अधिक लोग मारे गए हैं। आप वास्तविक संख्या नहीं बता रहे हैं और मैं इसके लिए आपको दोषी नहीं ठहरा रहा हूं। मैं शायद हमारी सरकार को उन संख्याओं को जारी नहीं करने के लिए दोषी ठहरा रहा हूं।

यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका यूक्रेन को हथियार भेजना जारी रखेगा या जल्द ही इसे बंद कर देगा? ट्रंप ने कहा कि वह इस मामले की जांच कर रहे हैं। हम इस पर विचार करेंगे। हम वोलोदिमिर जेलेंस्की से बात कर रहे हैं। हम बहुत जल्द राष्ट्रपति पुतिन से बात करने जा रहे हैं और देखेंगे कि यह सब कैसे होता है। हम बहुत जल्द इस पर विचार करेंगे।

उन्होंने कहा कि एक बात जो मुझे महसूस होती है, वह यह है कि यूरोपीय संघ को जितना भुगतान कर रहे हैं, उससे कहीं अधिक भुगतान करना चाहिए। हम 200 बिलियन अमरीकी डॉलर अधिक के लिए वहां हैं। अब यह उन्हें प्रभावित करता है। हमारे बीच एक महासागर है, है न? यूरोपीय संघ को हमारे बराबर होना चाहिए। मेरा मतलब है, हम क्या हैं, मूर्ख? मुझे लगता है कि इसका उत्तर हां है।

ट्रंप ने यह भी कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने उनसे कहा कि वह शांति चाहते हैं। इसमें दो लोगों की जरूरत होती है। हम देखेंगे कि क्या होता है। जब भी वे चाहेंगे, मैं उनसे मिलूंगा। मैं इसे समाप्त होते देखना चाहता हूं। लाखों लोग मारे जा रहे हैं। यह एक भयावह स्थिति है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER