TIO, नई दिल्ली

गायक दिलजीत दोसांझ ने गुवाहाटी में हुए अपने संगीत कार्यक्रम को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को समर्पित किया। इसकी कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने सराहना की। उन्होंने कहा कि यह कदम दिलजीत दोसांझ को मनोरंजन जगत के उन लोगों से अलग करता है, जिन्होंने पूर्व पीएम के प्रति सम्मान व्यक्त नहीं किया।

गायक दिलजीत दोसांझ ने एक वीडियो शेयर किया है। इसमें वह गुवाहाटी में हो रहे कॉन्सर्ट में बोल रहे हैं। इसमें दिलजीत कह रहे हैं कि वह अपने आज के कॉन्सर्ट पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को समर्पित कर रहे हैं। उन्होंने बहुत साधारण जीवन जिया। उन्होंने कभी भी पलटकर जवाब नहीं देते थे या बुरा नहीं बोलते थे, यह राजनीति जैसे पेशे में बिल्कुल असंभव है।

वीडियो में दिलजीत यह भी कह रहे हैं कि क्या आपने कभी लोकसभा का सेशन देखा है? हमारे राजनेता नर्सरी क्लास के बच्चों की तरह लड़ते हैं। लेकिन मनमोहन सिंह की खूबी थी कि उन्होंने कभी किसी के बारे में गलत नहीं कहा। दिलजीत दोसांझ ने मनमोहन सिंह को याद करते हुए शेर पढ़ा कि ‘हजारों जवाबों से मेरी खामोशी अच्छी, न जाने कितने सवालों की आबरू रखे है।’ उन्होंने युवाओं से कहा कि आपको अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए क्योंकि जो बुरा-भला कह रहा है, वह भी भगवान का अवतार है। हो सकता है कि आपको आंका जा रहा हो कि आप स्थिति को कितनी अच्छी तरह संभालते हैं।

कार्यक्रम में दिलजीत दोसांझ ने पूर्व पीएम को याद करते हुए कहा कि जिन्होंने पूरी उम्र देश की सेवा की। वह पहले ऐसे सिख थे, जिनके भारतीय नोट पर हस्ताक्षर थे। मैं उनको नमन करता हूं। उन्होंने देश से प्यार किया और अपना जीवन देशसेवा में बिताया। इसके बाद एक बड़ी स्क्रीन पर लिखकर आता है कि दिग्गज को श्रद्धांजलि।

गायक दिलजीत दोसांझ के इस कदम की कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने तारीफ की है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि भीड़ से अलग खड़े होने और चमकने के लिए एक साहसी व्यक्ति की जरूरत होती है। दिलजीत दोसांझ ने अपना संगीत कार्यक्रम डॉ. मनमोहन सिंह जी को समर्पित किया। यह एक ऐसा भाव है जो उन्हें फिल्म उद्योग के अधिकांश लोगों से अलग करता है। वे कायर लोग हैं, जिनमें भारत के पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर शोक व्यक्त करने की भी शालीनता नहीं थी।

भारत में आर्थिक सुधारों के जनक कहे जाने वाले पूर्व वित्त मंत्री और दो बार प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया था। वह 92 साल के थे। उनका अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर किया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद खेल और फिल्म जगत की हस्तियों की चुप्पी को तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने निराशाजनक बताया था।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER