TIO, हाजीपुर

पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने जब से अपने सोशल मीडिया अकाउंट में ‘मोदी का परिवार’ टैग हटाया है तब से सियासत गरमा गई है। अब उनके भतीजे और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने उनपर हमला बोला है। चिराग ने फिर से कहा कि वह कभी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में नहीं थे। यदि एनडीए का हिस्सा रहते तो साथ में चुनाव लड़ते और प्रचार प्रसार करते। लोकसभा चुनाव के वक्त उन्होंने क्या किया, यह जनता ने देखा। गठबंधन में तो वो थे ही लेकिन जिस तरह से सीटों के बंटवारे से पहले ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दिया। प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी पर विभिन्न प्रकार के आरोप लगाए, उससे स्पष्ट हो गया कि उन्होंने खुद को एनडीए से अलग कर लिया।

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने बताया कि हमलोगें को आश्चर्य हो रहा था कि पहले तो पार्टी और सीटें की औपचारिक तौर पर घोषणा तो होने देते उससे पहले ही इस्तीफा देते हुए खुद को गंठबंधन से अगल कर लिया। न सिर्फ अलग किया बल्कि बहुत प्रयास किए कि कोई दूसरा गठबंधन अपना लें। जब किसी ने कुछ नहीं किया तो अपने आप को वापस NDA का हिस्सा कहने लगे। कोई बात नहीं आप कहते रहिए। चिराग ने कहा कि एनडीए घटक दलों की बैठक हुई थी। इसमें उन्हें नहीं बुलाया गया और बुलाया भी नहीं जाता है। उन्होंने बताया कि उनके व्यवहार से एनडीए के कई साथियों को तकलीफ है कि उन्होंने गठबंधन के खिलाफ काम किया।

चेतन आनंद के सवाल पर चिराग ने ऐसा कहा
वहीं इमामगंज विधानसभा सीट को लेकर आनंद मोहन के बेटे द्वारा चिराग पासवान पर लगाए गए गंभीर आरोप को लेकर उन्होंने कहा कि एनडीए ने चुनाव प्रचार को लेकर मुझे झारखंड और महाराष्ट्र भी भेज दिया था। व्यस्तता के कारण किसी कारणवश कार्यक्रम नहीं बन पाया। चिराग ने बताया कि रामगढ़ भी नहीं जा पाएं। तो सिंगल हम टारगेट इमामगंज को ही क्यों करें? रामगढ़ को भी क्यों नहीं करें? वैसे मैं तो भाजपा को ही मुझ पर आरोप लगा देना चाहिए। उन्होंने बताया कि तरारी विधानसभा गए थे। लेकिन, जो शिकायत कर रहे हैं? वह किस पार्टी को लेकर शिकायत कर रहे हैं।

हाल के दिनों में मेरे और मुख्यमंत्री के रिश्ते अच्छे बने
चिराग पासवान ने बताया कि न केंद्रीय मंत्री मांझी जी ने शिकायत की और न ही संतोष और दीपा मांझी जी ने। जिस पार्टी के लोग शिकायत कर रहे हैं वो तो जदयू के हैं। जदयू की बेलागंज उम्मीदवार के प्रचार प्रसार में तो हम गए ही थे और बेलागंज सीट को हमलोग जीते भी हैं। चिराग ने कहा कि हाल के दिनों में मेरे और मुख्यमंत्री के रिश्ते अच्छे बने और हमलोगों ने एक-दूसरे की मदद की। तरारी विधानसभा और बेलागंज में मुख्यमंत्री के साथ में सभा किया है। हमलोगों का रिश्ता मजबूत है और कही कुछ मतभेद नहीं है। कुछ लोग को अच्छा नहीं लग रहा है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER