TIO NEW DELHI
पूरे देश में मानसून आ गया है। ज्यादातर हिस्सों में बारिश जारी है। अगले चार दिन भी भारी बारिश का अनुमान है। इसके चलते पहाड़ों से लेकर तटीय इलाकों तक मुसीबतों का अंबार लग गया है। कुल्लू में बादल फटने से नाला उफान पर आ गया। कई लोगों के बहने की आशंका है। मुंबई-दिल्ली बारिश से बदहाल हो गए हैं। इन बड़े शहरों की रफ्तार धीमी पड़ गई है। दिल्ली, मुंबई, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, केरल में गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है। दिल्ली में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
कुल्लू जिला में रात से हो रही भारी बारिश के चलते कई जगह नुकसान होने की जानकारी है। मणिकर्ण घाटी के चोज नाला में भारी बारिश के चलते बाढ़ आ गई है जिससे पार्वती नदी के किनारे बने रेस्टोरेंट और कई घर के बह जाने की जानकारी है। हादसे में लोगों के भी बहने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, शिमला जिले के रामपुर में भी भारी बरसात के बाद हुए लैंड स्लाइड की वजह से नेशनल हाईवे बंद हो गया।
पूर्वी मुंबई में 58.6 मिमी, पश्चिमी हिस्से में 78.69 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। अगले 48 घंटों के लिए मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है। कई जगह पानी भर जाने से यातायात प्रभावित हुआ है। कुछ इलाकों में बस और लोकल ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। मंगलवार को समुद्र में ऊंची लहरें उठीं। 4 से 6 मीटर ऊंची हाई टाइड का अलर्ट जारी किया गया है। बृहन्मुंबई नगर निगम ने लोगों को समुद्र तट से दूर रहने को कहा है।
राजस्थान में मानसून तय समय से लेट पहुंचा है, पर ज्यादातर जिलाें में बारिश सामान्य से ज्यादा रिकॉर्ड की गई। जयपुर को मानसून ने पहले चार दिन में ही तरबतर कर दिया। यहां बारिश का आंकड़ा 142 मिमी तक पहुंच गया। यह आंकड़ा सामान्य से 74% ज्यादा है।
मौसम केन्द्र जयपुर के मुताबिक 6 जुलाई को कोटा, झालावाड़, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा में तेज बारिश हो सकती है। 7 और 8 जुलाई को कोटा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, झालावाड़ और राजसमंद में भारी बारिश का अलर्ट जारी करते हुए इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मध्यप्रदेश में अगले 4 दिन तक इंदौर समेत प्रदेश भर में अति भारी बारिश होती रहेगी। MP के मध्य में लो प्रेशर एरिया बनने से भारी बारिश हो रही है। नए सिस्टम के कारण मध्यप्रदेश मानसून का केंद्र बन गया है। भोपाल में दो दिन बाद अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार ग्वालियर, चंबल और बघेलखंड के कुछ हिस्सों को छोड़ दिया जाए, तो अधिकांश इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है। इंदौर में मंगलवार को कुछ ही घंटों में 4 इंच बारिश हो गई, तो कई इलाकों में नदी-नाले उफान पर आने से कई मार्ग भी बंद हो गए हैं।
उज्जैन और इंदौर में लगातार बारिश के बाद शिप्रा का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। शिप्रा नदी के घाटों पर बने मंदिर डूबने लगे हैं। वहीं बड़नगर को जोड़ने वाला छोटा पुल भी शिप्रा नदी में जलस्तर बढ़ने से डूब गया है।