TIO, वॉशिंगटन
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन करके यूक्रेन के साथ युद्धविराम करने की अपील की थी। हालांकि ट्रंप के पुतिन को फोन करने से भी बात नहीं बन पाई और रविवार को रूस और यूक्रेन ने एक दूसरे पर सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने यूक्रेन पर रात भर में 145 ड्रोन दागे, जो अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला है। जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से मदद की अपील की। वहीं रूस ने कहा कि रविवार को मॉस्को को निशाना बनाकर यूक्रेन की तरफ से ड्रोन हमला किया गया, जिनमें से 34 ड्रोन्स को मार गिराया गया। रूस ने कहा कि साल 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद यह राजधानी मॉस्को पर हुआ सबसे बड़े हमले का प्रयास था।
ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवाने का किया था दावा
डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान अपने प्रचार अभियान में दावा किया था कि उनमें रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की क्षमता है। यही वजह है कि जब राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को जीत मिली तो उन्होंने युद्धविराम की कोशिश शुरू भी कर दी है। इसी के तहत ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को फोन कर यूक्रेन के साथ संघर्ष न बढ़ाने की अपील की। हालांकि ताजा हमले से साफ है कि अभी बात नहीं बन पाई है और आशंका है कि जब तक जनवरी में ट्रंप का शपथ ग्रहण नहीं हो जाता, तब तक शायद ही कुछ ठोस हो सके।
ट्रंप का स्टैंड जो बाइडन सरकार के बिल्कुल उलट है क्योंकि बाइडन सरकार ने रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को अरबों डॉलर की सैन्य और आर्थिक मदद दी है। अब जब अमेरिका में ट्रंप की जीत हो गई है और डेमोक्रेटिक पार्टी की सरकार का जाना तय हो गया है तो यूक्रेन को अमेरिका से मिलने वाले समर्थन पर भी सवालिया निशान लग गया है। अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने भी यूक्रेन को आर्थिक और सैन्य मदद रोकने को लेकर चेताया है। वहीं रूस ने भी ट्रंप के शांति के प्रयासों को सकारात्मक संकेत करार दिया।