हिंसा पर उतरी शिवसेना, शिंदे के करीबी विधायक सावंत के घर तोड़फोड़

TIO MUMBAI

महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के पांचवे दिन शिवसेना कार्यकर्ताओं ने एकनाथ शिंदे गुट के विधायक तानाजी सावंत के घर पर तोड़फोड़ की है। वहीं शिंदे ने पत्र जारी कर कहा है कि विधायकों की सुरक्षा हटा ली गई है, अगर उनके परिवार को कुछ हुआ, तो उसके लिए उद्धव और आदित्य जिम्मेदार होंगे।

इधर, गुवाहाटी में बागी विधायकों की मीटिंग के बाद एकनाथ शिंदे ने 38 विधायकों की सूची जारी की है। महाराष्ट्र में सरकार गिराने के लिए शिंदे को सिर्फ 37 शिवसेना के विधायकों की जरूरत है।

सियासी संकट के 4 बड़े अपडेट्स…

  • 38 बागी विधायकों की सूची जारी होने के बाद उद्धव ठाकरे ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। बैठक के बाद आदित्य ठाकरे भाषण भी देंगे।
  • जालना में शिवसेना नेता और पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर की 78 करोड़ की प्रॉपर्टी को ED ने जब्त किया है। इसमें 200 एकड़ जमीन, एक कारखाना और कुछ फ्लैट शामिल हैं। खोतकर उद्धव गुट के नेता माने जाते हैं। यह कार्रवाई देर रात की गई।
  • ​​​​​भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस भी सहयोगी दलों के साथ बैठक करके आगे की रणनीति तय करने वाले हैं। वे कुछ देर में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले से मुलाकात कर सकते हैं।
  • एकनाथ शिंदे के गढ़ ठाणे में हिंसा और कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए 30 जून तक कानून-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। क्षेत्र में लाठी, हथियार, पोस्टर जलाना, पुतला जलाने पर रोक लगा दी गई है। इस दौरान नारे लगाने या स्पीकर पर गाने बजाने की भी अनुमति नहीं होगी।

शुक्रवार को शरद पवार से मिले थे उद्धव
उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार शाम शरद पवार के साथ दो घंटे मीटिंग की। इसके बाद उन्होंने शिवसेना के नगरसेवकों को संबोधित किया। ठाकरे ने कहा कि कुछ दिन पहले जब मुझे बगावत का शक हुआ तो मैंने एकनाथ शिंदे को फोन किया और कहा कि शिवसेना को आगे ले जाने का अपना कर्तव्य निभाओ, ऐसा करना सही नहीं है।

उन्होंने मुझसे कहा कि NCP-कांग्रेस हमें खत्म करने की कोशिश कर रही है और विधायक चाहते हैं कि हम BJP के साथ जाएं। मैंने उनसे कहा था कि जो विधायक ऐसा करना चाहते हैं उन्हें मेरे पास लाओ। भाजपा, जिसने हमारी पार्टी, मेरे परिवार को बदनाम किया है, वही है जिसके साथ जाने की आप बात कर रहे हैं। ऐसा सवाल ही नहीं उठता। विधायक अगर वहां जाना चाहते हैं तो वे सभी जा सकते हैं। मैं नहीं रोकूंगा। अगर कोई जाना चाहता है, चाहे वह विधायक हो या कोई और। आओ और हमें बताओ और फिर जाओ।