TIO, वॉशिंगटन।
एलन मस्क को डर है कि अगर आगामी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप, कमला हैरिस से हार जाते हैं तो उन्हें जेल भी हो सकती है। मस्क ने ये भी कहा कि अगर कमला हैरिस चुनाव जीतीं तो हो सकता है कि अमेरिका में फिर कभी चुनाव ही नहीं होंगे। एक इंटरव्यू के दौरान मस्क ने ये बातें कही। गौरतलब है कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में एलन मस्क खुलकर डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं।
एलन मस्क को जेल जाने का सता रहा डर
एंकर टकर कार्लसन के साथ एक इंटरव्यू में एलन मस्क से पूछा गया कि अगर डोनाल्ड ट्रंप चुनाव हार जाते हैं तो क्या होगा? इस सवाल पर पहले ट्रंप चौंके और फिर मुस्कुराते हुए बोले कि ‘अगर ट्रंप चुनाव हारे तो समझो मैं तो गया। आपको क्या लगता है कि मुझे कितने साल की जेल होगी? क्या मैं अपने बच्चों को भी देख पाऊंगा? मुझे नहीं पता।’ गौरतलब है कि एलन मस्क राष्ट्रपति चुनाव में खुलकर डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन कर चुके हैं और हाल ही में पेंसिल्वेनिया के बटलर में हुई ट्रंप की रैली में एलन मस्क ने पूर्व राष्ट्रपति के साथ मंच भी साझा किया था और ट्रंप को चुनाव जिताने की अपील की थी।
‘अवैध अप्रवासियों को कर दिया जाएगा वैध’
इंटरव्यू के दौरान एलन मस्क ने कहा कि ‘मुझे लगता है कि अगर ट्रंप इन चुनाव में नहीं जीते तो ये अंतिम चुनाव होंगे।’ अपनी आशंका जताते हुए मस्क ने कहा कि ‘हैरिस बाइडन प्रशासन के दौरान जो लाखों अवैध अप्रवासी अमेरिका आए हैं, उन्हें नागरिकता दे दी जाएगी और वे भविष्य में हमेशा के लिए डेमोक्रेट पार्टी के मतदाता होंगे।’ मस्क ने कहा कि ‘ये मेरा अनुमान है कि अगर चार साल और डेमोक्रेट पार्टी की सरकार रही तो वे अगले चुनाव में कई अवैध अप्रवासियों को वैध कर देंगे और फिर अमेरिका में कोई स्विंग स्टेट नहीं होगा, जिससे देश में एक ही पार्टी का शासन होगा।’
एलन मस्क ने अपने दावे के पक्ष में साल 1986 के इमीग्रेशन रिफोर्म एंड कंट्रोल एक्ट का उदाहरण दिया। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि इस कानून के तहत लाखों अवैध अप्रवासियों को अमेरिका की नागरिकता दी गई थी। मस्क ने बताया इसके बाद ही कैलिफोर्निया डेमोक्रेट पार्टी का गढ़ बना है। मस्क ने कहा कि ‘मुझे लगता है कि हम एक लोकतांत्रिक देश बने रहना चाहते हैं और हम एक पार्टी द्वारा शासित देश नहीं बनना चाहते। जो लोग कह रहे हैं कि ट्रंप लोकतंत्र के लिए खतरनाक हैं, वो खुद लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। एक पार्टी का शासन कोई लोकतंत्र नहीं है।’