TIO, नई दिल्ली।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और अन्य लद्दाखियों की हिरासत को अस्वीकार्य बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लद्दाख की आवाज सुननी होगी। वांगचुक ने लद्दाख के लगभग 120 लोगों के साथ मिलकर केंद्र शासित प्रदेश के लिए छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग करते हुए राजधानी दिल्ली तक मार्च किया था। दिल्ली पुलिस ने उन्हें राजधानी की सीमा पर हिरासत में ले लिया है। राहुल गांधी ने सवाल करते हुए कहा कि लद्दाख के भविष्य के लिए आवाज उठाने वाले बुजुर्ग नागरिकों को दिल्ली की सीमा पर पुलिस ने हिरासत में क्यों लिया।

राहुल गांधी ने जताई नाराजगी
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा, “पर्यावरण और संवैधानिक अधिकार की मांग के लिए शांतिपूर्ण तरीके से मार्च कर रहे सोनम वांगचुक और सैकड़ों लद्दाखियों की हिरासत अस्वीकार्य है।” उन्होंने आगे कहा, “मोदी जी किसानों की तरह यह चक्रव्यूह भी टूटेगा। आपको लद्दाख की आवाज सुननी होगी।”

हिरासत में लिए गए सोनम वांगचुक
हिरासत में जाने से पहले वांगचुक ने इंस्टाग्राम पर दिल्ली सीमा से तस्वीरें साझा किए। उनकी बसों को रोक दिया गया और भारी संख्या में वहां पुलिस बल तैनात थे। अपने पोस्ट में वांगचुक ने बताया कि दिल्ली पुलिस और उसके हरियाणा समकक्ष के कई वाहन उनकी बसों के साथ थे। उन्हें शुरू में ऐसा लगा कि राजधानी के करीब पहुंचने पर उन्हें सुरक्षा दी जा रही है, लेकिन बाद में यह स्पष्ट हो गया कि उन्हें हिरासत में लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली सीमा पर करीब एक हजार पुलिसकर्मी तैनात थे। उन्हें बताया गया कि दिल्ली के लद्दाख भवन में भी भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।

वांगचुक ने कहा, “ऐसा लगता है कि वे इस पदयात्रा को नहीं होने देना चाहते हैं।” इस पदयात्रा को लेह एपेक्स बॉडी ने कारगिर डेमोक्रेटिक अलायंस के साथ मिलकर आयोजित किया था। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कानून और व्यवस्था के मुद्दों का हवाला देते हुए अगले छह दिनों के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बैनर, तख्तियां और हथियार लेकर पांच या अधिक व्यक्तियों के इकट्ठा होने और विरोध प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER