TIO, श्रीनगर।

जम्मू-कश्मीर के राजौरी में लाइन आॅफ कंट्रोल पर घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों को सेना ने मार गिराया। टेररिस्ट रविवार (8 सितंबर) की देर रात सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे। आतंकवादियों से 2 एके-47, एक पिस्टल और गोला-बारूद बरामद हुआ है।

सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सर्चिंग कर रहे जवानों को एलओसी पर हलचल दिखाई दी। आतंकवादियों का एक ग्रुप एलओसी पार करने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान जवानों से उनका एनकाउंटर हुआ। इस एनकाउंटर के तुरंत बाद सर्च आॅपरेशन शुरू किया गया, जो अभी जारी है।

3 महीने में आतंकी हमले और एनकाउंटर

  • जम्मू में 9 जून से 11 जून के बीच आतंकवादियों ने 3 बड़े हमले किए। इसमें एक हवलदार शहीद हो गया। पहला हमला 9 जून को रियासी में हुआ। इस दिन मोदी सरकार का शपथ ग्रहण था। आतंकियों ने रियासी में कंदा इलाके में कटरा जा रही बस पर 25-30 राउंड फायरिंग की। बस खाई में गिरी। 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। सर्च आॅपरेशन के बाद 12 जून को एक आतंकवादी मारा गया।
  • 11 जून को कठुआ में पाकिस्तान बॉर्डर से लगे हीरानगर के सैदा सोहल गांव में दो आतंकियों ने घरों का दरवाजा खटखटाकर पानी मांगा। ग्रामीणों को शक हुआ तो दरवाजे बंद कर शोर मचाया। आतंकियों ने फायरिंग की। एक ग्रामीण घायल हुआ। एक आतंकवादी मारा गया था।
  • 11 जून को डोडा में आतंकियों ने भद्रवाह-पठानकोट मार्ग पर 4 राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस की जॉइंट चेकपोस्ट पर फायरिंग की। 5 जवान और एक स्पेशल पुलिस आॅफिसर घायल। हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन कश्मीर टाइगर्स (जेईएम/जैश) ने ली थी।
Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER