TIO, नई दिल्ली।

जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। इसमें जम्मू-कश्मीर के लिए संभावित प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि पार्टी ने 50 नाम तय कर लिए हैं और सोमवार को इसकी घोषणा की जा सकती है। अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद यह पहला चुनाव है।

रविवार को भाजपा मुख्यालय में हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे। सूत्रों ने बताया कि भाजपा केंद्र शासित प्रदेश की सभी 90 सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी। कुछ सीटें सहयोगी दलों के लिए भी छोड़ सकती है। हालांकि, औपचारिक तौर पर अभी भाजपा का जम्मू-कश्मीर में किसी दल के साथ कोई गठबंधन नहीं हुआ है। जम्मू-कश्मीर में 18 और 25 सितंबर और 1 अक्तूबर को मतदान होगा और 4 अक्तूबर को वोट गिने जाएंगे।

जम्मू-कश्मीर में 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी को 28 सीटें मिली थीं, जबकि भाजपा ने 25 सीटों पर जीत हासिल की थी। जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटें मिली थीं। पीडीपी और भाजपा ने गठबंधन सरकार बनाई थी और महबूबा मुफ्ती मुख्यमंत्री बनी थीं। लेकिन 2018 में भाजपा के गठबंधन से हटने के बाद सरकार गिर गई थी।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER