TIO, मुंबई।

नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (शरद गुट) के अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री और चुनाव आयोग दोनों अलग-अलग बातें करते हैं। पीएम ने स्वतंत्रता दिवस पर वन नेशन-वन इलेक्शन की बात कही थी। अगले ही दिन चुनाव आयोग ने तीन राज्यों में अलग-अलग तारीखों में विधानसभा चुनावों को ऐलान कर दिया। प्रधानमंत्री एक बात कहते हैं जबकि सिस्टम दूसरे रास्ते पर चलता है।

78वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि बार-बार होने वाले चुनाव देश की प्रगति में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। देश को वन नेशन, वन इलेक्शन के लिए आगे आना होगा। इसके बाद 16 अगस्त को चुनाव आयोग ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का ऐलान किया। जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर 3 फेज में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। हरियाणा की सभी 90 सीटों पर सिंगल फेज में 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी। दोनों राज्यों के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे।

क्या महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगेगा, पवार बोले- चुनाव आयोग से पूछिए
शरद पवार पुणे में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उनसे पूछा गया कि क्या महाराष्ट्र में राज्य सरकार की लड़की बहन योजना के कारण दिसंबर में चुनाव हो सकते हैं और क्या राज्य में राष्ट्रपति शासन लगने की संभावना है। पवार ने कहा कि यह ऐसा सवाल है जो चुनाव आयोग से पूछा जाना चाहिए। एकनाथ शिंदे सरकार की तरफ से लड़की बहन जैसी योजनाओं के लिए धन मुहैया कराए जाने के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा- कई योजनाएं लंबित हैं और स्कॉलरशिप के लिए पैसे नहीं है, लेकिन इसके बीच वित्तीय बोझ बढ़ाने वाली नई योजनाएं शुरू की जा रही हैं।

महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज, इसी साल होना है विधानसभा चुनाव
महाराष्ट्र में राजनीतिक बयानबाजी की असल वजह आगामी विधानसभा चुनाव हैं। चुनाव आयोग ने कहा है दिवाली के बाद महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। पिछले महीने महाराष्ट्र में विधान परिषद के चुनाव हुए थे। एनडीए को जबरदस्त जीत मिली थी। गठबंधन ने 11 में से 9 सीटें जीतीं थीं। वहीं इंडिया गठबंधन के तीन प्रत्याशी खड़े थे, जिनमें 2 ही जीत सके। कांग्रेस के 7 से 8 विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने की खबर थी।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER