शशी कुमार केसवानी, मुंबई।
महाराष्ट्र में नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होना तय है। इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा दांव खेल दिया है। दरअसल महाराष्ट्र सरकार ने रक्षा बंधन से पहले राज्य की महिलाओं को बड़ा तोहफा देते हुए आज यानि शनिवार से अपनी खास ‘मुख्यमंत्री लाडकी बहिण’ योजना शुरू कर दी है। बता दें कि गुरुवार को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने इसका ऐलान किया था। इस खास योजना के तहत महिलाओं के बैंक अकाउंट में हर महीने 1500 ट्रांसफर किये जाएंगे। इसका लाभ राज्य के एक करोड़ से अधिक महिलाओं को मिलेगा। डिप्टी सीएम फडणवीस ने कहा कि बुधवार को योजना के ट्रायल रन के दौरान कुछ पात्र महिलाओं को जुलाई और अगस्त के लिए 3,000 रुपये पहले ही मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि एक करोड़ से ज्यादा पात्र महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये मिलने लगेंगे।
क्या है मुख्यमंत्री लाडकी बहिण योजना?
यह प्रमुख योजना शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार द्वारा पहले लागू की गई ‘लाडली बहना योजना’ से प्रेरित है। महाराष्ट्र की इस योजना को डिप्टी सीएम और फाइनेंस मिनिस्टर अजीत पवार ने बजट में शामिल किया है। इस पहल से राज्य के खजाने पर सालाना 46,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा।
किन लोगों को मिलेगा इसका लाभ
महाराष्ट्र की महिलाओं को इस योजना का लाभ दिया जाएगा। हालांकि उनकी आयु 21 से 65 वर्ष की ही होनी चाहिए। इससे कम या ज्यादा होने पर उनकों इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। साथ ही इस योजना के तहत तभी वित्तीय सहायता मिलेगी, जब उनकी सालाना आय 2.5 लाख रुपये हो। इस योजना का लक्ष्य आर्थिक रूप से वंचित महिलाओं को वित्तीय सहायता देना है। हालांकि अभी इस योजना के बारे में डिटेल दिशा-निदेर्शों जारी नहीं किया गया है, लेकिन उम्मीद है कि इस योजना में कई तरह की महिलाएं शामिल होंगी, खास तौर पर गरीबी रेखा से नीचे या सीमित आय वाली महिलाएं।
राज्य में धोखे की सरकार: प्रियंका चतुवेर्दी
वहीं TIO से एक बातचीत में उद्धव गुट की शिवसेना नेत्री और राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने बताया कि यह धोखे की सरकार है। लोकसभा के नतीजे देखकर सरकार ने यह योजना लागू की है। उन्हें लग रहा है कि इस योजना से जिस तरह से मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ दल को फायदा हुआ है। वैसा की ही कुछ महाराष्ट्र में भी हो सकता है। आप सोचिए इससे ज्यादा शर्म की बात और क्या हो सकती है, सत्तारूढ़ दल के आमदारों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर चुनाव के नतीजों में गड़बड़ हुई तो बहनों से यह पैसे वापस लिए जाएंगे। इतने समय में बहनों की पहले याद नहीं आई। उन्होंने कहा कि इस साल के अंत में चार राज्यों में चुनाव है। लेकिन अभी फिलहाल सिर्फ दो राज्यों में हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराए जा रहे हैं। जबकि इसके साथ ही महाराष्ट्र और झारंखंड में वोटिंग हो सकती थी, लेकिन चुनाव आयोग इन राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान नहीं किया। इस पर शिवसेना नेत्री ने तीखा तंज कसते हुए कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का ऐलान इसलिए नहीं हुआ कि अभी कुछ दिन और लूटने का मौका मिल जाएगा। लोगों को नए धोखे देने और कई खोखे लूटने का सिलसिला जारी रहे। हमसे कई भाजपा नेता व शिंदे गुट शिवसेना के नेताओं ने अपनी ही सरकार पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार मनमाने तरीके से काम कर रही है। वहां जनप्रतिनिधियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हालांकि किसी भी नेता ने बात करने से पहले अपना नाम सार्वजनिक करने से मना कर दिया था।