नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव से पहले बंगाल भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पिछले दिनों ही कद्दावर नेता और सांसद अर्जुन सिंह ने पार्टी छोड़ दी थी। अब हाईकमान को प्रेसिडेंट इलेक्शन में विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने का डर सता रहा है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी के कई विधायक आगामी चुनाव में ममता बनर्जी के समर्थन वाले कैंडिडेट को वोट कर सकते हैं।
बंगाल में अब तक 7 विधायक छोड़ चुके हैं पार्टी
बंगाल में जून 2021 से अब तक, यानी 11 महीने में 7 विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। इनमें मुकुल रॉय, विश्वजीत दास जैसे दिग्गज नेता शामिल हैं। इसके अलावा, 2 सांसद बाबुल सुप्रियो और अर्जुन सिंह भी पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में अर्जुन सिंह के बेटे और भाटपारा से विधायक पवन सिंह भी पार्टी छोड़ तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। सिंह ने साथ ही दावा किया है कि कई विधायक भाजपा छोड़ तृणमूल में आएंगे।
दिलीप घोष बोले- दिल्ली से पार्टी चलाने वाले बर्बाद हो गए
बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष भी लगातार हाईकमान के खिलाफ मुखर हैं। दिलीप घोष ने पार्टी हाईकमान को नसीहत देते हुए कहा है कि बंगाल की बजाय अगर दिल्ली से पार्टी चलाई गई, तो बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब तक बंगाल से चल रही थी, तब तक जिंदा थी, लेकिन जैसे ही दिल्ली से चलाया जाने लगा, वैसे ही बर्बाद हो गया।
डैमेज कंट्रोल की कवायद जारी, शाह के बाद नड्डा का दौरा
बंगाल भाजपा में मची आपसी खींचातानी को खत्म करने के लिए भाजपा हाईकमान भी लगातार एक्टिव है। पिछले दिनों अमित शाह के दौरे के बाद अब जेपी नड्डा का प्रोग्राम रखा गया है। नड्डा 6-7 जून के आसपास बंगाल जा सकते हैं, जहां पार्टी नेताओं के साथ मीटिंग करेंगे। वहीं शाह ने पिछले दिनों मीटिंग में नेताओं को ममता के संघर्ष से प्रेरणा लेने की सलाह दी थी।
2017 में भी बंगाल में विधायकों ने की थी क्रॉस वोटिंग
2017 में भी बंगाल में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग हुई थी। उस वक्त तृणमूल के कई विधायकों ने भाजपा समर्थित रामनाथ कोविंद के सपोर्ट में वोट डाल दिए थे। तृणमूल ने इस चुनाव में यूपीए कैंडिडेट मीरा कुमार को सपोर्ट किया था।