TIO, भुवनेश्वर।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता भक्त चरण दास ने ओडिशा कांग्रेस अभियान समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ओडिशा विधानसभा और लोकसभा चुनावों में अपेक्षित परिणाम न हासिल कर पाने के कारण इस्तीफा दिया है। उन्होंने राज्य कांग्रेस की विफलता की नैतिक जिम्मेदारी ली और अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
ऐसे हैं ओडिशा विधानसभा चुनाव के नतीजे
विधानसभा चुनावों में इस बार भाजपा ने कमाल कर दिया और चुनाव में बंपर जीत हासिल की। पार्टी ने राज्य की 78 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं सत्तारूढ़ दल बीजद ने 51 सीटों पर जीत हासिल की। इसके अलावा, कांग्रेस मात्र 14 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी। इसके अलावा, अन्य दल और निर्दलीय चार सीटों पर विजयी रहे। कांग्रेस राजगांगपुर, बासुदेवपुर, भवानीपटना, जी उदयगिरी, बाराबती-कटक, सनाखेमुंडी, महाना, गुनुपुर, बिस्साम कटक, रायगढ़, लक्ष्मीपुर, जेपोर, पोटांगी, चित्रकोंडा सीट पर जीत दर्ज की है।
ऐसे हैं ओडिशा लोकसभा चुनाव के नतीजे
विधानसभा चुनावों के साथ-साथ भाजपा ने लोकसभा चुनावों में भी बंपर जीत हासिल की है। भाजपा ने यहां 21 में से 20 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं कांग्रेस मात्र एक ही सीट पर सिमट कर रह गई। हालांकि, सत्तारूढ़ दल बीजद लोकसभा चुनावों में इस बार खाता तक नहीं खोल सका।
2019 ओडिशा चुनावों का हाल
2019 के विधानसभा चुनावों में बीजद को 112 सीटें मिली थीं। जबकि भाजपा को 23 सीटें, कांग्रेस को नौ, सीपीआई एम को एक और एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी। इस चुनाव में बीजद को करीब 45 फीसदी वोट मिले थे। जबकि भाजपा को करीब 33 फीसदी वोट मिले थे। कांग्रेस के खाते में 16 फीसदी वोट और अन्य को 6 फीसदी वोट मिले थे।