शशी कुमार केसवानी

मध्यप्रदेश में उड़नखटोले को लेकर हमेशा विवाद रहे है। अर्जुन सिंह के मुख्यमंत्री काल में मैंने 1983 में एक स्टोरी की थी। उड़नखटोले में ही रहते है मप्र के मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह। उस जमाने से ही मेरी नजर सरकारी उड़नखटोले पर रहती है। नए साल में शिवराज सरकार 80 करोड़ रुपए का अत्याधुनिक जेट प्लेन खरीदने था। बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार का पुराना प्लेन सुपर किंग एयर बी-250, बीते साल मई में ग्वालियर रनवे पर क्रैश हो गया था। उसके बाद से ही किराए के प्लेन से सरकार काम चला रही थी। अब सरकार ने नया प्लेन खरीदने का फैसला किया है, जिसके इस साल मई में आ जाने की उम्मीद है। बीते 7 माह से सरकार किराए के प्लेन से काम चला रही है, जिसके किराए पर ही 13 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। नए प्लेन के लिए सरकार फरवरी में आने वाले बजट में राशि का प्रावधान करेगी।
कमाल की बात ये है कि पुराना प्लेन कुछ दिन पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। पुराने विमान का सरकारी अधिकारी उसका बीमा कराना भूल गए थे, सोचकर हंसी आती है कि सरकारी अधिकारी इतनी बड़ी चीजे कैसे भूल जाते है। इसलिए उसको अब फिर से ठीक कराना महंगा पड़ रहा है। ऐसे में तय हुआ है कि सीएम की यात्रा के लिए नया विमान खरीदा जाए। गौरतलब है कि शिवराज सरकार फिलहाल किराए के प्लेन से सफर कर रही है।

पहले वाला विमान करीब 65 करोड़ रुपए का था। अब जो विमान खरीदा जा रहा है, वह उससे लगभग दोगुनी कीमत का यानी करीब 125 करोड़ रुपए का है। यह विमान अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रहेगा। पहले वाला विमान दस साल तक चलाए जाने के हिसाब से खरीदा गया था। अगले कुछ महीनों के बाद कई राज्यों की विधानसभाओं का एक के बाद एक चुनाव पड़ेंगे। उसके बाद 2023 में मध्य प्रदेश विधानसभा का भी चुनाव होगा। इसके चलते मुख्यमंत्री के लिए नया विमान खरीदा जाना बहुत जरूरी हो गया है। दुर्घटनाग्रस्त विमान से पिछले साल रेमडेशिविर इंजेक्शन लाया जा रहा था, लेकिन ग्वालियर के पास यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इससे विमान की हालत काफी खराब हो गई थी। यह संयोग था कि उसमें सवार दोनों पायलट और आठ अन्य लोग मामूली रूप से जख्मी हुए थे। बताया जा रहा है कि इसी महीने की 26 तारीख को इसके लिए टेंडर भरे जाएंगे। तीन कंपनियों से बातचीत चल रही है। इनमें एक अमेरिकन कंपनि टेक्स्ट्रॉन, फ्रांस की उसॉल्ट और कनाडा की बॉम्बार्डियर है। जल्द ही इनमें से किसी एक से सौदा तय हो जाएगा और विमान मध्य प्रदेश सरकार को मिल जाएगा। इसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान अपने नए विमान से यात्राएं कर सकेंगे। नए विमान को चलाने वाले पायलटों और मेंटेनेंस के लिए इंजीनियरों के प्रशिक्षण पर करीब चार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। फिलहाल बताया जा रहा है कि नया विमान सभी जेट विमानों में सबसे आधुनिक और लग्जीरियस होगा।
मध्य प्रदेश सरकार के पास एक हेलीकॉप्टर 155-बी वन भी है। इस हेलीकॉप्टर को सरकार ने साल 2011 में 59 करोड़ में खरीदा था। यह हेलीकॉप्टर 3000 घंटे की उड़ान भर चुका है और अब इसकी सर्विस होनी है। इस हेलीकॉप्टर की सर्विस पर भी करीब एक करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। कुल मिलाकर सभी मुख्यमंत्री को उड़नखटोले का अपना एक अलग शौक रहता है और मजा भी है पर सरकारी खजाने पर इसका जो भार पढ़ता है वो आम जनता की जेब से ही जाता है तो सरकार को भी इस बात पर विचार करना चाहिए कि आम जनता पर इसका बो­ा न पड़े और जरूरत भी पूरी हो जाए।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER