TIO, चंडीगढ़।

भाजपा ने युवा दिग्गज नेता व मुक्केबाज विजेंद्र सिंह को पार्टी में शामिल कर कांग्रेस को बहुत बड़ा झटका दिया है। विजेंद्र की युवाओं में अच्छी पैठ है और उनके लाखों फॉलोवर्स हैं। भाजपा ने उन्हें पार्टी में शामिल कर न सिर्फ कांग्रेस को कमजोर किया है बल्कि नाराज जाट वोटरों और खिलाड़ियों को भी साधने की कोशिश की है। हालांकि भाजपा पिछले कुछ महीने से कांग्रेस के किले को कमजोर करने में जुटी है। बीते दो महीने में भाजपा मुक्केबाज विजेंद्र समेत कांग्रेस के चार बड़े नेताओं को अपने पाले में खींचने में कामयाब रही है। भाजपा से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि आने वाले समय में पार्टी कुछ और बड़े नेताओं को अपने दल में शामिल कर सकती है। कुछ लोगों के साथ बातचीत अंतिम चरण में हैं।

विजेंद्र सिंह से पहले भाजपा ने जिंदल परिवार में सेंध लगाई थी। पार्टी ने पहले नवीन जिंदल को भाजपा में शामिल किया और उसके कुछ समय बाद उन्हें कुरुक्षेत्र का उम्मीदवार घोषित कर दिया। नवीन 2004 से 2014 तक कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट से संसद भवन पहुंचे। 2014 में वह लोकसभा चुनाव हार गए थे। चुनाव हारने के बाद हालांकि वह कांग्रेस में ज्यादा सक्रिय नहीं थे। मगर राजनीति व उद्योग घराने में जाना-पहचाना नाम है। उनके कांग्रेस में शामिल होने के कुछ ही दिन बाद ही हरियाणा की पूर्व मंत्री व नवीन की मां सावित्री जिंदल भी भाजपा में शामिल हो गईं।

उन्हें एक समारोह में सीएम नायब सिंह सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल ने भाजपा की सदस्यता दिलाई। उन्होंने कांग्रेस विधायक के तौर पर हिसार की जनता का दस साल तक प्रतिनिधित्व किया था। इससे पहले भाजपा ने पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा को फरवरी में भाजपा में शामिल कर पार्टी में बड़ी सेंध लगाई थी।

एक दिन पहले राहुल गांधी की पोस्ट रीशेयर किया, शामिल होते ही हटाया
भाजपा में शामिल से होने से एक दिन पहले विजेंद्र ने राहुल गांधी की एक पोस्ट को रीशेयर किया था। राहुल ने एक युवा का वीडियो शेयर किया था, जिस पर लिखा था कि अबकी बार प्रोपेगैंडा के पापा की दाल नहीं गलने वाली, जनता उन्हें खुद आईना दिखाने को तैयार बैठी है। हालांकि भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने अपनी पोस्ट को डिलीट कर दिया है।

वह हर मंच पर भाजपा की खिलाफत करते थे। किसान आंदोलन या फिर पहलवानों का मुद्दा रहा, इन सभी में उन्होंने मुखर होकर भाजपा की खिलाफत की थी। वहीं, हरियाणा में राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा में वह शामिल हुए और राहुल गांधी की मूंछ पर ताव देने वाली तस्वीरें भी वायरल हुई। बीते तीन मार्च को भी विजेंद्र ने राहुल के साथ अपनी फोटो शेयर की थी।

विजेंद्र के सहारे जाट और युवाओं को साधेगी भाजपा
मुक्केबाज विजेंद्र के शामिल होने से भाजपा की ताकत बढ़ी है। पार्टी विजेंद्र के जरिये न सिर्फ हरियाणा के बल्कि राजस्थान और पश्चिमी यूपी के जाट वोटों को साधने की कोशिश करेगी। हरियाणा में जाट वोटों वोटर कई क्षेत्रों में निर्णायक स्थिति में है। पार्टी जाट वोटों को हर हाल में अपने पक्ष में करना चाहती है। इसके लिए पहले उसने सीएम चेहरा बदला और अब विजेंद्र सिंह को पार्टी में शामिल किया है। वहीं, विजेंद्र के सहारे युवाओं को भी पार्टी अपनी ओर आकर्षित करेगी। हरियाणा में 18 से 22 साल के करीब 23 लाख वोटर हैं।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER