TIO, वॉशिंगटन।

अमेरिका के व्हाइट हाउस काउंसल आॅफिस ने व्हाइट हाउस कोरस्पोंडेंट एसोसिएशन को एक पत्र लिखकर नाराजगी जताई है। व्हाइट हाउस काउंसल आॅफिस ने कहा है कि गोपनीय दस्तावेज संबंधी मामले में स्पेशल काउंसल रॉबर्ट हर की रिपोर्ट की रिपोर्टिंग में कई खामियां हैं। व्हाइट हाउस काउंसल आॅफिस के प्रवक्ता इयान सैम्स ने व्हाइट हाउस कोरस्पोंडेंट एसोसिएशन की प्रमुख कैली ओ डोनेल को पत्र लिखा है।

इस पत्र में इयान सैम्स ने आरोप लगाया है कि अमेरिका के कई मीडिया संस्थानों ने जैसे सीएनएन, सीबीएस न्यूज, एसोसिएटिड प्रेस, वाल स्ट्रीट जर्नल, द न्यूयॉर्क टाइम्स आदि ने तथ्यों की गलत रिपोर्टिंग की। सैम्स ने पत्र में लिखा कि जब भ्रामक और गलत सूचनाओं का दौर है तो ऐसे समय में सही रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी बेहद अहम हो जाती है। सैम्स ने कहा कि स्पेशल काउंसल की रिपोर्ट को कवर करना चुनौतीपूर्ण था क्योंकि यह 400 पेज लंबी और बेतरतीब तरीके से लिखी गई रिपोर्ट थी।

व्हाइट हाउस और राष्ट्रपति के निजी अधिकारी भी इस रिपोर्ट के बारे में सही ढंग से मीडिया को नहीं समझा पाए। स्पेशल काउंसल की रिपोर्ट गलत और निजी टिप्पणियों से भरी पड़ी थी और उसका तथ्यों से कोई वास्ता नहीं था। सैम्स ने कहा कि ऐसी स्थिति में रिपोर्ट की सावधानी और धैर्य के साथ रिपोर्टिंग की जानी चाहिए थी, लेकिन कई मीडिया संस्थानों ने रिपोर्ट का गलत निष्कर्ष निकाला और व्हाइट हाउस में भी पत्रकारों ने गलत तथ्यों के आधार पर सवाल पूछे।

डब्ल्यूएचसीए अध्यक्ष ने किया पलटवार
व्हाइट हाउस कोरस्पोंडेंट एसोसिएशन की अध्यक्ष ने भी व्हाइट हाउस को तीखा जवाब दिया है और उन्होंने कहा है कि व्हाइट हाउस के पास सभी ब्यूरो चीफ, संपादकों और रिपोर्टर के कॉन्टैक्ट नंबर्स हैं, ऐसे में व्हाइट हाउस को सीधे उनसे बातचीत कर अपनी चिंता साझा करनी चाहिए। कैली ओ डोनेल ने कहा कि 110 वर्षों के इतिहास में हमारे एसोसिएशन को कभी भी नियंत्रित नहीं किया जा सका है। कैली ओ डोनेल ने भी व्हाइट हाउस पर पलटवार करते हुए कहा कि एक गैर लाभकारी संगठन होने के नाते हम सरकार के विचारों का ही समर्थन नहीं कर सकते।

स्पेशल काउंसल की रिपोर्ट से हुआ विवाद
गोपनीय दस्तावेजों को गलत ढंग से हैंडल करने के मामले में स्पेशल काउंसल राबर्ट हर ने बीते हफ्ते अपनी रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में जो बाइडन को कमजोर याददाश्त वाला बुजुर्ग व्यक्ति बताया गया है और रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बाइडन को अपने बेटे की मौत की तारीख भी याद नहीं है। इस पर राष्ट्रपति जो बाइडन ने नाराजगी भी जताई थी, लेकिन जब राष्ट्रपति चुनाव नजदीक है तो इस रिपोर्ट के चलते अमेरिका में जो बाइडन की कमजोर याददाश्त और बढ़ती उम्र एक बड़ा मुद्दा बन गई है। ऐसी भी चचार्एं हैं कि जो बाइडन की जगह अब डेमोक्रेट पार्टी किसी अन्य नेता को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रही है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER