नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्तीय वर्ष 2024-25 का अंतरिम बजट पेश कर रही हैं। यह मोदी सरकार के कार्यकाल का दूसरा अंतरिम बजट होगा। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि अंतरिम बजट मुख्य रूप से नई सरकार के कार्यभार संभालने तक आवश्यक सेवाओं को बनाए रखने पर केंद्रित होता है, लेकिन इसमें कई प्रमुख उम्मीदें होती हैं। एक अंतरिम बजट, जिसे अक्सर वोट-आॅन-अकाउंट के रूप में जाना जाता है, कुछ महीनों के लिए सरकार द्वारा प्रस्तुत एक वित्तीय योजना होती है। इसे अक्सर उस समय पेश किया जाता है, जब सरकार का कार्यकाल समाप्त होने में कम समय बचा रहता है।

बजट के मुख्य अंश

  • आगामी तीन महीनों में देश में लोकसभा चुनाव होने हैं। अगली जो भी सरकार आएगी, वह वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए फिर से पूर्ण बजट पेश करेगी। भारत में यह परंपरा है कि आम चुनाव से पहले वाले वर्ष में पूर्ण बजट पेश नहीं किया जाता है। यह मौजूदा सरकार को लोकलुभावन योजनाओं के साथ मतदाताओं को लुभाने के लिए बजट को एक राजनीतिक उपकरण के रूप में उपयोग करने से रोकने के लिए है। इसलिए, नई सरकार चुने जाने और अपना पहला पूर्ण बजट पेश करने तक सरकारी खर्चों को कवर करने के लिए एक अंतरिम बजट पेश किया जाता है।

    कृषि क्षेत्र की और वृद्धि के लिए, सरकार फसल कटाई के बाद की गतिविधियों में सार्वजनिक और निजी निवेश को और बढ़ावा देगी। रक्षा उद्देश्यों के लिए डीप-टेक प्रौद्योगिकियों को मजबूत करने और आत्मनिर्भरता में तेजी लाने के लिए एक नई योजना शुरू की जाएगी। हमारी सरकार विभिन्न विभागों के तहत मौजूदा अस्पतालों के बुनियादी ढांचे का उपयोग करके अधिक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की योजना बना रही है। इस उद्देश्य के लिए एक समिति गठित की जाएगी।

  • वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अगले पांच साल अभूतपूर्व विकास के होंगे। सभी आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर किया जाएगा। कोविड के कारण चुनौतियों के बावजूद, पीएम आवास योजना ग्रामीण के तहत घर बनाने का काम जारी रहा और हम 3 करोड़ घरों के लक्ष्य को प्राप्त करने के करीब हैं। परिवारों की संख्या में वृद्धि से उत्पन्न होने वाली आवश्यकता को पूरा करने के लिए अगले 5 वर्षों में 2 करोड़ और घर बनाए जाएंगे।
  • निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमारी सरकार ऐसी आर्थिक नीतियां अपनाएगी जो विकास को बढ़ावा दें और बनाए रखें, समावेशी और सतत विकास प्रदान करें, उत्पादकता में सुधार करें, सभी के लिए अवसर पैदा करें, उन्हें अपनी क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करें और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए संसाधनों के उत्पादन में योगदान दें। उन्होंने कहा, देश की अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन कर रही है। मुद्रास्फीति की दर भी लिमिट में है।
  • वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का जिक्र करते हुए बताया कि 78 लाख स्ट्रीट वेंडरों में से कई को तीसरी बार ऋण मिला है। उन्होंने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना के जरिए हमारी सरकार पारंपरिक कारीगरों की मदद कर रही है। दिव्यांग हों या ट्रांसजेंडर, हमारी सरकार की स्कीम्स किसी को भी पीछे नहीं छोड़ती हैं। पीएम किसान सम्मान योजना का लाभ देशभर के 11.8 करोड़ किसानों को मिल रहा है।
  • वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, पिछले 10 वर्षों में हमने रिकॉर्ड समय में हर घर, बिजली, बैंक खाता, रसोई गैस, सभी के लिए पानी का लक्ष्य रखा। 80 करोड़ लोगों की खाने की चिंता दूर की। हम 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाने के लिए काम कर रहे हैं। ?बिना भेदभाव के सबका विकास, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद पर नकेल हमारी सरकार का लक्ष्य है। बिना किसी भेदभाव के सभी को संसाधनों का बराबर बंटवारा होता है। जनधन खातों के माध्यम से 34 लाख करोड़ रुपए डीबीटी के जरिए ट्रांसफर हुए। सरकार ने इसके जरिए बिचौलियों को खत्म किया।
  • सीतारमण ने कहा- लोगों के आशीर्वाद से, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने 2014 में सत्ता संभाली, तो देश सबका साथ, सबका विकास को अपने मंत्र के साथ भारी चुनौतियों का सामना कर रहा था। सरकार ने उन चुनौतियों पर सही ढंग से काबू पाया। हमें गरीब, महिलायें, युवा और अन्नदाता पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है; उनकी जरूरतें और आकांक्षाएं हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताएं हैं।
  • वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा, हमारे युवा देश में उच्च आकांक्षाएं हैं, अपने वर्तमान पर गर्व है और उज्ज्वल भविष्य के लिए आशा और विश्वास है। हम उम्मीद करते हैं कि हमारी सरकार को उसके शानदार काम के आधार पर लोग फिर से शानदार जनादेश देंगे।
  • वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण की शुरूआत करते हुए कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन देखे गए हैं। सबका साथ, सबका विकास के साथ सरकार ने चुनौतियों पर काबू पाया है। संरचनात्मक सुधार किए गए, जन समर्थक सुधार किए गए। अर्थव्यवस्था को नई धार मिली है। देश को आशा की नई भावना मिली है। हमारे दूसरे कार्यकाल में सरकार ने अर्थव्यवस्था को दोगुना कर दिया। देश ने महामारी पर विजय प्राप्त की, पंच प्राण का संकल्प लिया और अमृत काल की ठोस नींव रखी।
  • – अंतरिम बजट पेश होने से पहले संसद में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई। पीएम मोदी ने इस कैबिनेट मीट की अध्यक्षता की। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट टैबलेट लेकर संसद पहुंचीं और कैबिनेट बैठक में शामिल हुईं। कैबिनेट की मुहर लगने के बाद वह बजट पेश करेंगी। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, यह एक महत्वपूर्ण दिन है, हमारी सरकार अंतरिम बजट पेश करने के लिए तैयार है। अंतरिम बजट पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा, बजट प्रगतिशील और देश के विकास के लिए होगा।
  • -अंतरिम बजट की प्रतियां संसद में पहुंचीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज अपना लगातार छठा बजट पेश करेंगी। यह मोदी सरकार के कार्यकाल का दूसरा अंतरिम बजट होगा। वित्त मंत्री सुबह 11 बजे संसद में पहुंचेंगी और बजट भाषण शुरू करेंगी।
  • भले ही यह एक अंतरिम बजट है, लेकिन अर्थशास्त्री और फाइनेंस एक्सपर्ट निर्मला सीतारमण की ओर से एक विस्तृत आर्थिक रोडमैप प्रदान करने की उम्मीद कर रहे हैं, जिसमें यह विवरण होगा कि मोदी सरकार भारत को एक विकसित अर्थव्यवस्था में कैसे बदलने की योजना बना रही है।
  • अंतरिम बजट पेश करने से पहले आज सुबह वित्त मंत्री निर्मला सीमारमण अपने आवास से निकलकर वित्त मंत्रालय पहुंचीं। यहां उन्होंने अपनी टीम के साथ फोटो सेशन करवाया। ?फिर वह राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना हुईं। दरअसल, बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री को राष्ट्रपति की मंजूरी लेनी होती है। इसके लिए सीतारमण, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचीं।
Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER