वाशिंगटन। भारतीय नागरिकों सहित एच-1बी कर्मचारी, अमेरिका छोड़े बिना अपने वीजा को नवीनीकृत करने के लिए आवेदन करना शुरू कर सकते हैं। अमेरिका ने घरेलू स्तर पर एच-1बी वीजा को नवीनीकृत करने के लिए पांच सप्ताह का पायलट कार्यक्रम शुरू किया है। करीब दो दशकों बाद यह बड़ा बदलाव हुआ है।
29 जनवरी को लॉन्च किया गया यह पायलट नवीनीकरण कार्यक्रम 1 अप्रैल तक चलेगा। इस समयावधि में 20,000 तक योग्य गैर- आप्रवासी कर्मचारी घरेलू स्तर पर अपने एच-1बी वीजा का नवीनीकरण कर सकते हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने यह घोषणा जून 2023 में पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान की थी। यात्रा के दौरान, पीएम मोदी ने वाशिंगटन में एक भारतीय-अमेरिकी समुदाय के कार्यक्रम में कहा कि अमेरिका में एच-1बी वीजा नवीनीकरण स्टाम्पिंग आयोजित की जा रही है। यात्रा के बाद व्हाइट हाउस द्वारा जारी साझा बयान में भी इसका जिक्र किया गया।
यह वीजा प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और अस्थायी वीजा धारकों के जीवन को सुविधाजनक बनाने के लिए दोनों देशों की प्रतिबद्धता को दशार्ता है। अगले पांच हफ्तों में पायलट वीजा के लिए कुल 20,000 प्रतिभागियों को स्वीकार किया जाएगा। पायलट के लॉन्च से पहले विदेश मंत्रालय ने वीजा धारकों को उनकी पात्रता की पुष्टि करने की अनुमति दी। इस प्रयास का उद्देश्य वैध अप्रवासियों के लिए वीजा प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और बेहतर बनाना है, जिससे इसे अधिक कुशल और कम बोझिल बनाया जा सके। आवेदक अब अर्जी लगाने के लिए उनके देश जाने से बच सकेंगे।
आवेदन में एच-4 वीजा शामिल नहीं
फिलहाल यह पहल केवल एच-1बी कामगारों तक ही सीमित है जो दिसंबर में उल्लिखित मानदंडों को पूरा करते हैं। इसमें एच-4 वीजा पर पति/पत्नी और बच्चों जैसे आश्रित वीजा धारकों को शामिल नहीं किया गया है। हालांकि आगे चलकर इसे अन्य वीजाओं पर भी लागू किया जा सकता है। हालांकि फिलहाल इस पहल के अलावा ग्रीन कार्ड बैकलॉग को कम करने सहित अन्य महत्वपूर्ण आव्रजन सुधारों के प्रयास भी जारी हैं।