TIO, उज्जैन।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष जीतू पटवारी पदभार ग्रहण करने से पहले बाबा महाकाल का दर्शन गए थे। इस के दौरान जीतू पटवारी के साथ मंदिर आए समर्थकों ने जमकर बवाल किया था। इतना ही वहां पर लगा हुआ कांच भी फोड़ दिया था। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। अब इस मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन ले लिया है। जीतू पटवारी के समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बुधवार को एफआईआर दर्ज हुई है।
पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा दिए गए आवेदन पर जांच करने के बाद महाकाल थाना पुलिस ने अज्ञात कांग्रेसियों पर धारा 294, 323, 506, 34 भादवी धारा 37 (च) (छ) महाकाल मंदिर अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। वीडियो फुटेज के आधार पर जल्द ही दोषियों के खिलाफ जल्द ही नामजद प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
कर्मचारियों के साथ किया था अभद्र व्यवहार
दरअसल मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद जीतू पटवारी 19 दिसंबर को महाकाल दर्शन करने के लिए आए थे। उस दौरान बड़ी संख्या में उनके समर्थक भी महाकाल मंदिर पहुंचे थे। अधिक संख्या में होने के कारण मंदिर प्रबंधन समिति ने कार्यकर्ताओं को बीच में ही रोक दिया गया था। जिसको लेकर गुस्साए कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए मंदिर समिति में कार्यरत कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए धक्का मुक्की की थी। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन कांग्रेस कार्यकतार्ओं ने मंदिर में ड्यूटी पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों के साथ गाली गलौज करते हुए हाथापाई की और नगाड़ा गेट से नंदी हाल में घुसने का प्रयास किया था। उनकी इस धक्का-मुक्की में महाकाल मंदिर के गेट का कांच टूट गया था।
कुछ लोगों को ही दर्शन के लिए दी गई थी अनुमति
बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के अलावा कुछ लोगों को दर्शन की विशेष अनुमति दी गई थी। उनके साथ कार्यकर्ताओं के आने का अनुमान भी था। इसे देखते हुए महाकाल महालोक, वीआइपी गेट, काला गेट तथा नगाड़ा गेट पर भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त बल सुरक्षा बल तैनात किया गया था। इसमें पुलिस व मंदिर समिति के गार्ड शामिल थे सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को भीतर प्रवेश करने से रोका, बावजूद इसके कुछ लोग नगाड़ा गेट तक पहुंच गए थे। इन लोगों ने गेट को पार करके नंदी हाल में प्रवेश करने का प्रयास किया, सुरक्षाकर्मियों ने इन्हें रोका। इस दौरान धक्का-मुक्की में गेट का कांच फूट गया था। मामले में अनुशासनहीनता की जांच के लिए वीडियो फुटेज देखे गए हैं। महाकाल मंदिर समिति की ओर से महाकाल थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी।