TIO, भोपाल।
मप्र की मोहन कैबिनेट ने बुधवार दो बड़े अहम निर्णय लिए है। पहला तो यह कि धार्मिक स्थलों पर लाउड स्पीकर नहीं बजेंगे। वही दूसरा बड़ा निर्णय यह लिया कि खुले में मांस और अंडे की बिक्री किसी भी हालत में नहीं होगी। सरकार के इस निर्णय पर भाजपा-कांग्रेस के जुबानी जंग तेज हो गई है। मोहन सरकार के फैसले पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा- ये फैसला केवल भ्रम है, इसके अलावा कुछ है नहीं। मसूद के इस बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
वीडी शर्मा ने कहा कि अभी रुक जाओ। आरिफ मसूद जी। हम आपकी गुंडागर्दी को हम ठिकाने लगा देंगे। वीडी ने यह बयान बुधवार को मीडिया के साथ चर्चा के दौरान दिया है। शर्मा ने कहा कि प्रदेश में धार्मिक स्थलों पर लगे ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर भी नियंत्रण करने के लिए निर्णय लिया गया है। बिना लाइसेंस के और खुले में मांस बेचे जाने पर भी प्रतिबंध लगाए जाने की सराहनीय पहल की गई है। एमपी की पहली कैबिनेट ने किसानों के लिए आम जनता के लिए सभी वर्गो के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं।
पीएम की गारंटी को पूरा कर रहे मोहन
वीडी ने आगे कहा कि इस देश के अंदर गारंटी की गारंटी पीएम मोदी हैं। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद पीएम मोदी की गारंटी को पूरा करने का काम सीएम डॉक्टर मोहन यादव जी ने किया है। उन्होंने आदिवासियों के लिए तेंदु पत्ता संग्रहकों की राशि को 3000 से बढ़ाकर 4000 करने का काम किया गया है। आदतन अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए बेल निरस्त कराने के आदेश दिए गए हैं। बीजेपी ने गुंडा डकैतों के राज को समाप्त कर सुरक्षित करने का काम किया है। अब मोहन यादव ने इस ओर एक और ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
कैबिनेट के फैसलों पर यह बोले आरिफ मसूद
मोहन सरकार के फैसले पर भोपाल मध्य से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा- ये फैसला केवल भ्रम है, इसके अलावा कुछ है नहीं। उनके पास नया करने के लिए कुछ नहीं था। किसानों, बेरोजगारों, मंहगाई पर ये कुछ कर नहीं सकते थे। तो क्या किया जाए, इसलिए ये शिगूफा छोड़ दिया। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन पहले से तय हैं। सरकार ये स्पष्ट कर दें कि हम इससे बाहर जाना चाहते हैं।
भाजपा विधायक रामेश्वर बोले- कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट से ऊपर हो गई क्या
लाउडस्पीकर पर कांग्रेस विधायकों की प्रतिक्रिया को लेकर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा- कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट से ऊपर हो गई क्या? इधर बच्चों की परीक्षा चल रही है और उधर लाउडस्पीकर बज रहा है। कोलाहल एक्ट का पालन तो करना ही होगा। खुले में मांस की बिक्री पर रोक को लेकर कहा, ये कैबिनेट का स्वागत योग्य फैसला है।