TIO, भोपाल।

मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अपने लिए कुछ मांगने से बेहतर मरना पसंद करूंगा। यह बात उन्होंने सीएम हाउस में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही। दरअसल शिवराज सिंह चौहान ने पद से इस्तीफा देने के बाद मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि आप दिल्ली नहीं गए तब उन्होंने कहा कि एक बात मैं बड़ी विनम्रता से कहता हूं। अपने लिए कुछ मांगने से बेहतर, मैं मरना पसंद करूंगा। इसलिए मैंने कहा था कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा। वह मेरा काम नहीं है।

वहीं उन्होंने कहा कि मैं यहां से विदाई ले रहा हूं, लेकिन मुझे इस बात का संतोष है कि भाजपा की सरकार भारी बहुमत से बनी है। मेरा मन आनंद से भरा हुआ है। इस दौरान शिवराज ने अपनी उपलब्धियां भी गिनाई। वहीं उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार तेजी से चल रहे कामों को पूरा करेगी। मैं सदैव उनको सहयोग करता रहूंगा। वहीं उन्होंने उन्होंने बताया कि मैंने नए सीएम से एक मांग की है कि मुझे एक पेड़ लगाने दें। इसके लिए सरकारी जमीन मुझे मिलती रहे।

मैंने पूरी ईमानीदारी से किया काम
शिवराज ने अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि मुझे बीमारू मध्यप्रदेश मिला था। मैंने अपनी क्षमता और अपना सामर्थ झोंककर मध्यप्रदेश और उसकी जनता के लिए काम किया। मैंने पूरी ईमानदारी से काम किया। गड्डे वाली सड़कों से चमचमाती सड़कें और अंधेरे से उजाला लाया। कृषि क्षेत्र में भी शानदार काम किया। प्रदेश की जीडीपी बढ़ी। मेट्रो ट्रेन तक का सफर हमने तय किया। मेडिकल, उद्योग, टूरिज्म, धर्म, शिक्षा जैसे क्षेत्रो में हुए काम मन को सन्तोष देते हैं। बता दें, मोहन यादव के भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद शिवराज सिंह चौहान से सीएम पद से सोमवार को इस्तीफा दे दिया है। अब मोहन यादव मध्यप्रदेश के अगले सीएम होंगे।

गिनाई अपनी उपलब्धि
शिवराज सिंह चौहान ने अपनी उपलब्धियां बताते हुए कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि महिला सशक्तिकरण मेरे लिए वोट प्राप्ति का जरिया नहीं है। मैं जब सीएम नहीं था, तब बेटियों की शादी करवाता था। हमने महिलाओं के लिए विशेष योजना बनाकर बहन बेटियों के जीवन में खुशियां लाए। दूसरा खेती के क्षेत्र में भी चमत्कार हुआ। किसान के लिए हम काफी काम कर पाए। गरीबों के लिए भी हमने कई योजनाएं बनाई। कोविड में पैदल चलने वाले मजदूरों के लिए किया गया काम भी मुझे संतुष्टि देता है। पार्टी ने एक अच्छा नेतृत्व दिया है। अब हम ये सब उनको सौंपकर आगे बढ़ेंगे। मैं अंत में इतना ही कहूंगा कि सीएम रहते हुए जनता से मेरे सीएम वाले नहीं, बल्कि परिवार वाले रिश्ते रहे। बहन से भाई का, बच्चों से मामा का। जब तक सांस है मैं इस रिश्ते को बनाए रखूंगा। मैं सदा जनता की सेवा में जुटा रहूंगा।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER