TIO Varanasi
ज्ञानवापी मामले के पैराेकार और अखिल भारतीय वैदिक सनातन संघ के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र सिंह विसेन पर दिल्ली में मंगलवार देर रात निडिल-सिरिंज से हमला हुआ। हमलावार विसेन को पीछे से कंधे पर इंजेक्शन चुभाकर भाग निकले। मौके पर चिल्लाता देखकर लोग उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल लेकर गए।
जहां डॉक्टरों ने इलाज और पूरी जांच करने के बाद बताया कि उनकी बॉडी में इंजेक्शन से कोई वायरस या दवा डाली गई होगी। इसका असर कई बार सप्ताह भर बाद भी दिखता है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है। इधर, ज्ञानवापी परिसर में कथित शिवलिंग की पूजा और राग-भोग के अधिकार से जुड़े मामले की आज सुनवाई होगी। 4 जून, 2022 को यह याचिका शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने दाखिल की थी।
विसेन बोले- शरीर में कंपन और घबराहट हो रही है
जितेंद्र सिंह विसेन ने बताया कि रातभर अस्पताल में इलाज के बाद अब घर आ चुके हैं। शरीर में कंपन और घबराहट बनी हुई है। डॉक्टरों ने बताया कि इसकी जांच रिपोर्ट एक सप्ताह बाद आएगी, तभी सच्चाई का पता चल सकेगा। एक हफ्ते तक दवा चलेगी।
इंजेक्शन लगते ही दर्द और जलन होने लगी
जितेंद्र सिंह विसेन ने बताया, ”रात को करीब 9 बजे मैं खाना खाकर पास वाले पार्क में टहल रहा था। तभी दो लोग पीछे से आए और निडिल-इंजेक्शन मेरे कंधे पर पीछे से चुभा दिया। इसके बाद वो लोग भाग गए। जहां पर सुई चुभाई गई थी, वहां पर मुझे काफी दर्द और जलन होने लगी। वहां की स्किन पूरी तरह से सख्त हो गई थी। आस-पास के लोग मुझे लेकर पहले सरदार पटेल अस्पताल लेकर भागे। इसके बाद राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गए।
उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने दवा-पट्टी की और जरूरी जांचें भी कराईं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि बॉडी में क्या लिक्विड इंजेक्ट किया गया था? इस मामले की शिकायत पुलिस से भी की है। पुलिस हमलावरों को पकड़ने और जांच में जुटी है।’