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राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ एक दिन का अनशन शुरू कर दिया। उनका अनशन जयपुर के शहीद स्मारक में सुबह 11 बजे शुरू हुआ। यह शाम चार बजे तक चलेगा।
पायलट भाजपा की सीएम वसुंधरा राजे के शासन में हुए घोटालों की जांच की मांग को लेकर सीएम गहलोत सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठे हैं। वे सुबह अपने समर्थकों के साथ यहां पहुंचे। ऐसा कहा जा रहा है कि वे शाम तक कोई अलग पॉलिटिकल लाइन ले सकते हैं।
इधर, पायलट के अनशन शुरू होने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक वीडियो मैसेज जारी कर एक बार फिर मिशन 2030 की बात दोहराई। उन्होंने कहा- मैंने तय किया है कि 2030 तक राजस्थान को देश का नंबर वन राज्य बनाना है। पायलट के अनशन के बीच मिशन 2030 की बात दोहराने के भी सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
कांग्रेस, राहुल-सोनिया पोस्टर से गायब
धरनास्थल पर लगे पोस्टर से राहुल-सोनिया का फोटो नहीं है। ना ही कांग्रेस का सिंबल है। केवल महात्मा गांधी की फोटो लगाई गई है। उधर, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने जयपुर दौरा रद्द कर दिया है। वे पायलट से बातचीत करने के लिए आज दोपहर बाद जयपुर पहुंचने वाले थे। अब वह बुधवार को जयपुर आ सकते हैं। उन्होंने कल पायलट की कार्रवाई को पार्टी विरोधी बताया था।
आज के धरना में प्रदेश भर से उनके समर्थक जयपुर पहुंचे। इससे पहले पायलट समर्थक नेताओं और विधायकों ने चुनिंदा समर्थकों को जयपुर पहुंचने का मैसेज भेजा था। कांग्रेस राज में अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन का हाल के दो दशक में यह पहला मौका है।
गाैरतलब है कि 9 अप्रैल को पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि हमने वसुंधरा सरकार पर करीब 45 हजार करोड़ के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे और वादा किया था कि सरकार में आने पर इनकी जांच कर कार्रवाई करेंगे, लेकिन सवा चार साल बीतने के बाद भी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। मैंने दो बार मुख्यमंत्री गहलोत को इस संबंध में चिट्ठी लिखी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला, इसलिए कार्रवाई की मांग को लेकर मैं अनशन पर बैठ रहा हूं।