TIO, नई दिल्ली

अपने देश में जश्न मनाने के बाद अब पाकिस्तान ने कुबूल कर लिया है कि भारत की जवाबी कार्रवाई में उसके 11 सैनिक मारे गए है और 78 कर्मी घायल हो गए। इसके अलावा गोलाबारी में 40 नागरिकों की भी जान चली गई है। साथ ही पाकिस्तान ने ये भी स्वीकार किया है कि भारतीय मिसाइल हमलों में पाकिस्तानी एयरफोर्स को भी भारी नुकसान हुआ है। वहीं, भारतीय सेना ने अपनी जवाबी कार्रवाई के बाद दी जानकारी में स्पष्ट कहा था कि आॅपरेशन सिंदूर में 100 आतंकी और उसके बाद जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना के 40 जवान और अधिकारी मारे गए हैं।

पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को भारत के साथ हाल ही में हुए टकराव के दौरान हुए सैन्य और नागरिक हताहतों का आधिकारिक ब्यौरा जारी किया है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के अनुसार, 6 और 7 मई को भारतीय कार्रवाई के जवाब में ‘आॅपरेशन बुनयान-उन-मार्सस’ के दौरान देश की रक्षा करते हुए 11 सैनिक मारे गए तथा 78 कर्मी घायल हो गए।

एयरफोर्स को भी हुआ भारी नुकसान
आईएसपीआर ने बताया कि भारतीय हमलों में मरने वाले छह सैन्यकर्मी नायक अब्दुल रहमान, नायक वकार खालिद, लांस नायक दिलावर खान, इकरामुल्लाह, सिपाही अदील अकबर और सिपाही निसार शामिल हैं। आईएसपीआर ने ये भी स्वीकार किया है कि भारतीय हमलों में पाकिस्तानी वायुसेना को भी भारी नुकसान हुआ है, जिसमें एयरफोर्स के पांच अधिकारी मारे गए हैं। स्क्वाड्रन लीडर उस्मान यूसुफ, मुख्य तकनीशियन औरंगजेब, वरिष्ठ तकनीशियन नजीब, वरिष्ठ तकनीशियन मुबाशिर और कॉर्पोरल तकनीशियन फारूक शामिल हैं।

पाकिस्तानी आर्मी के अनुसार, सैन्य हताहतों के अलावा छङ्मउ के पार से गोलाबारी में कई नागरिक भी घायल हुए हैं। आईएसपीआर के बयान के अनुसार, सात महिलाओं और 15 बच्चों समेत 40 नागरिकों की जान चली गई, जबकि 121 अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनमें 27 बच्चे और 10 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा पाकिस्तान को भारतीय हमलों में हुए नुकसान के एक और साबूत सामने आया है, जहां पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर रावलपिंडी के एक अस्पताल में जाकर घायल सेना के जवानों से मुलाकात कर रहा है और उनका हालचाल पूछ रहा है।

इससे पहले पाकिस्तान और पाकिस्तानी सेना भारतीय एयर स्ट्राइक में अपने नुकसान और सैनिकों के मारे जाने के दावों का लगातार खंडन कर रहा था। अब इस वीडियो के सामने आने के बाद पाकिस्तान के फर्जी दावों की पोल खुल गई है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER