TIO, नई दिल्ली
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु राष्ट्रपति भवन में आयोजित नागरिक अलंकरण समारोह-क में पद्म पुरस्कार 2025 प्रदान किया है। पहले चरण में 71 विशिष्ट हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा। बता दें कि, इस वर्ष 139 लोगों को पद्म पुरस्कारों के लिए चुना गया है। इस समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ कई केंद्रीय मंत्री और कई विशेष अतिथि भी मौजूद रहे।
पद्म विभूषण – एम. टी. वासुदेवन नायर (मरणोपरांत)
इस कड़ी में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने प्रसिद्ध मलयालम लेखक एम. टी. वासुदेवन नायर को फिल्म निर्देशक, पटकथा लेखक, संपादक और वक्ता, को मलयालम भाषा, साहित्य और सिनेमा में उनके अद्वितीय योगदान के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। बता दें कि, एमटी वासुदेवन नायर अमर उजाला शब्द सम्मान के सर्वोच्च अलंकरण ह्यआकाशदीपह्ण से भी सम्मानित थे।
पद्म विभूषण – डॉ. दुव्वुर नागेश्वर रेड्डी
तेलंगाना के प्रख्यात गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. दुव्वुर नागेश्वर रेड्डी को एंडोस्कोपी में उनकी अभूतपूर्व नैदानिक प्रगति और अग्रणी चिकित्सा अनुसंधान के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
डॉ. लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम को पद्म विभूषण
इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कला और संगीत के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए डॉ. लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम को पद्म विभूषण से सम्मानित किया है। बता दें कि, डॉ.सुब्रमण्यम विख्यात वायलिन वादक हैं। वे कर्नाटक और पश्चिमी संगीत में पारंगत हैं इसके साथ ही वे संगीत के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट शैली के लिए जाने जाते हैं।
पद्म विभूषण – ओसामु सुजुकी (मरणोपरांत)
वहीं जापान के दिवंगत उद्योगपति ओसामु सुजुकी, जो सुजुकी मोटर कॉपोर्रेशन के पूर्व प्रमुख थे, को भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, पद्म विभूषण से मरणोपरांत (व्यापार और उद्योग में) सम्मानित किया गया है। बता दें कि, ओसामु सुजुकी को भारत को अपने दूसरे घर के रूप में मानते थे। उनके बेटे और सुजुकी मोटर के सीईओ तोशीहिरो सुजुकी ने राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से यह पुरस्कार प्राप्त किया।
पद्म भूषण – विनोद कुमार धाम
विनोद कुमार धाम, अमेरिका में रहने वाले एक व्यवसायी और प्रौद्योगिकीविद् हैं, जिन्हें विज्ञान और इंजीनियरिंग में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है। भारतीय-अमेरिकी इंजीनियर विनोद धाम, जिन्हें ‘पेंटियम चिप के जनक’ के रूप में भी जाना जाता है।
पद्म श्री – स्टीफन नैप (अमेरिकी लेखक)
वैदिक संस्कृति और अध्यात्म पर अपने लेखन के लिए प्रसिद्ध अमेरिकी लेखक और शोधकर्ता स्टीफन नैप को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है घोषणा
पद्म विभूषण असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए, पद्म भूषण उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए और पद्म श्री किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है।
पद्म भूषण – सुशील कुमार मोदी (मरणोपरांत)
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ राजनेता सुशील कुमार मोदी (मरणोपरांत) को सार्वजनिक मामलों में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी जेसी जॉर्ज ने राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कार ग्रहण किया है।
पद्म भूषण – डॉ. अर्कलगुड अनंतरमैया सूर्य प्रकाश
वरिष्ठ पत्रकार डॉ. अर्कलगुड अनंतरमैया सूर्य प्रकाश – जो लोकतंत्र और संसदीय मुद्दों पर लिखने के लिए जाने जाते हैं। उन्हें साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।
पद्मश्री – डॉ. पवन कुमार गोयनका
डॉ. पवन कुमार गोयनका को पद्मश्री से सम्मानित किया गया। आॅटोमोटिव से लेकर अंतरिक्ष तक के क्षेत्रों में दशकों तक काम करने वाले उद्योग जगत के दिग्गज पवन कुमार गोयनका ने महिंद्रा को वैश्विक ब्रांड के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
पद्म भूषण – शेखर कपूर
प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक शेखर कपूर को कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।