TIO, नई दिल्ली

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव बढ़ता दिखा है। दोनों देशों ने एक-दूसरे के खिलाफ कई तरह के ऐलान किया है, इसमें से भारत के द्वारा सिंधु जल संधि को खत्म करने का ऐलान एक बड़ा फैसला है, जिस पर पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। इस बीच, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा, “पाकिस्तान के पानी को कम करने या मोड़ने की किसी भी कोशिश का पूरी ताकत से जवाब दिया जाएगा।”

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि हम किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। किसी को भी इस बारे में कोई गलती नहीं करनी चाहिए। यह देश 240 मिलियन लोगों का है, हम अपने बहादुर सशस्त्र बलों के पीछे हैं। यह संदेश जोरदार और साफ होना चाहिए। शहबाज शरीफ ने कहा, “शांति हमारी प्राथमिकता है। हम अपनी अखंडता और सुरक्षा पर कभी समझौता नहीं करेंगे।”

‘सिंधु दरिया हमारा है…’
इससे पहले पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो ने कहा कि सिंधु दरिया में या तो अब पानी बहेगा, या उनका खून बहेगा। सिंधु दरिया हमारा है और हमारा ही रहेगा। सखर में सिंधु नदी के किनारे एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिलावल भुट्टो ने कहा, “मैं सिंधु दरिया के पास खड़े होकर साफ कहना चाहता हूं कि सिंधु नदी हमारी थी, है और हमारी ही रहेगी। या तो इस नदी से हमारा पानी बहेगा, या फिर उसका खून जो हमारी हिस्सेदारी छीनना चाहता है।”

‘हमारी फौज हर हमले का जवाब देने को तैयार’
बिलावल ने कहा कि सिर्फ इसलिए कि उनकी (भारत) आबादी ज्यादा है, वो ये नहीं तय कर सकते कि पानी किसका है। पाकिस्तान की अवाम बहादुर और गैरतमंद है, हम डटकर मुकाबला करेंगे, सरहदों पर हमारी फौज हर हमले का जवाब देने को तैयार है।

दरिया पर डाका मंजूर नहीं: बिलावल
बयान में सिंधु नदी को पूरे पाकिस्तान की सांझी विरासत बताते हुए बिलावल ने देश की जनता से एकजुटता की अपील की और कहा कि हमारा हर पाकिस्तानी सिंधु का पैगाम लेकर दुनिया को बताएगा कि दरिया पर डाका मंजूर नहीं। दुश्मन की नजरें हमारे पानी पर हैं, पूरे मुल्क को मिलकर इसका जवाब देना होगा।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER