TIO, वॉशिंगटन
अमेरिका ने आरोप लगाया है कि भारत की नीतियों के कारण निर्यात को प्रोत्साहित करने में अड़चनें आ सकती हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने टैरिफ की दरों का जिक्र कर कहा कि भारत अमेरिकी शराब पर 150 फीसदी टैरिफ लगाता है। उन्होंने पूछा, ‘क्या आपको लगता है कि इससे केंटकी बॉर्बन को भारत में निर्यात करने में मदद मिलेगी? मुझे ऐसा नहीं लगता।’
अमेरिकी व्यवसायों और श्रमिकों के हितों का ध्यान रखने वाला राष्ट्रपति चाहिए
लेविट ने कहा, ‘भारत कृषि उत्पादों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाता है। जापान चावल पर 700 फीसदी टैरिफ लगाता है।’ व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में देश की नीतियों का जिक्र करते हुए कहा, ‘ट्रंप पारस्परिकता में विश्वास करते हैं और अब समय आ गया है कि हमारे पास एक ऐसा राष्ट्रपति हो जो वास्तव में अमेरिकी व्यवसायों और श्रमिकों के हितों का ध्यान रखे।’
अमेरिका का आरोप- वैश्विकतावादी देश को सालों से लूट रहे हैं
उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से, कनाडा पिछले कई दशकों से हमारे साथ बिल्कुल भी निष्पक्ष व्यवहार नहीं कर रहा है। समय बीतने के साथ टैरिफ बढ़ सकते हैं। बकौल लेविट, ‘सालों से, वैश्विकतावादी अमेरिका को लूट रहे हैं। वे अमेरिका से पैसा ले रहे हैं, और हम बस उसमें से कुछ हिस्सा वापस पाने के लिए टैरिफ से जुड़े फैसले कर रहे हैं। हम अपने देश के साथ उचित व्यवहार करने जा रहे हैं।’
ट्रंप निष्पक्ष और संतुलित व्यापार व्यवहार चाहते हैं
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने अमेरिका पर अलग-अलग देशों द्वारा लगाए गए टैरिफ पर दुख जताया। भारत द्वारा अमेरिकी शराब और कृषि उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ का उल्लेख करते हुए मंगलवार (स्थानीय समय) को एक प्रेस ब्रीफिंग में उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति पारस्परिकता में विश्वास करते हैं और सभी देशों के साथ निष्पक्ष और संतुलित व्यापार व्यवहार चाहते हैं।