TIO, नई दिल्ली
पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने पहलगाम हमले को जानबूझकर ऐसा डिजाइन किया था, जिससे भारत में सांप्रदायिक तनाव भड़काया जा सके। उन्होंने पर्यटकों से उनका धर्म पूछा और कलमा पढ़वाया, जिन्होंने खुद को हिंदू बताया या कलमा नहीं पढ़ सके उन्हें अलग करके गोलियों से भून दिया। इस आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई थी। लेकिन पाकिस्तान की इस साजिश को भारतीयों ने कामयाब नहीं होने दिया। भारत की ओर से हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तानी साजिश के खिलाफ जमकर मोर्चा संभाला। वह पहलगाम आतंकी हमले और पाकिस्तान के मुखर आलोचक बनकर उभरे। एक बार फिर ओवैसी ने पाकिस्तान को आइना दिखाया है। उन्होंने हैदराबाद के नामपल्ली स्थित हज हाउस में शुक्रवार शाम हज यात्रियों को संबोधित किया।
इस दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान को लेकर हज यात्रियों से एक खास अपील की। हैदराबाद के सांसद ने कहा, ‘हमारा पड़ोसी मुल्क सुधरने वाला नहीं है। आप हज को जा रहे हो, दुआ करो की अल्लाह उनकी दुम को सीधा करे। वरना फिर वक्त आएगा तो उनको और सीधा करना पड़ेगा।’ उन्होंने हज यात्रियों से आग्रह किया कि वे इस तीर्थयात्रा को केवल एक औपचारिक यात्रा के रूप में न देखें, बल्कि धैर्य, कृतज्ञता और विनम्रता से परिपूर्ण एक गहन आध्यात्मिक अनुभव के रूप में देखें। ओवैसी ने इस बात पर जोर दिया कि हज एक भौतिक यात्रा से कहीं अधिक है; यह एक आध्यात्मिक परीक्षा है जहां धैर्य, त्याग और भाईचारे जैसे गुणों का अभ्यास किया जाना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी की केरल इकाई के प्रमुख राजीव चंद्रशेखर ने पाकिस्तान के साथ तनाव के दौरान सरकार का समर्थन करने के लिए कांग्रेस सांसद शशि थरूर और आॅल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की सराहना की और कहा कि वे दोनों भले ही बीजेपी के विपक्षी हैं, लेकिन देशभक्त हैं। राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी और कांग्रेस सांसद थरूर के साथ बहुत सारे वैचारिक मतभेदों के बावजूद मुझे खुशी है कि जब देश संकट में था, तो उन्होंने राजनीति की बजाय देश के साथ खड़ा रहना चुना। इस बीच भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ आॅपरेशन सिंदूर पर दुनिया को ब्रीफ करने का प्लान बनाया है।
केंद्र सरकार सभी दलों के चुनिंदा सांसदों को 22 या 23 मई से 10 दिनों के लिए विदेश दौरे पर भेज रही है। हर सांसद के साथ विदेश मंत्रालय का एक प्रतिनिधि भी मौजूद रहेगा। ये सांसद अमेरिका, वङ, दक्षिण अफ्रीका, कतर और वअए जाएंगे और वहां की सरकार को आतंकवाद पर भारत का पक्ष बताएंगे।